नगरी नगरी दुकाने दुकाने



कोई चालीस साल से यह दुकान कोलकाता के लेक गार्डन में क़ायम है । दुकानदार के दिवंगत संस्थापक  नेता जी को दिल से पसंद करते थे । इसीलिए मिठाई की दुकान का नाम नेताजी के नाम पर रख दिया । दुकानदार मे बताया कि एक संदेश भी है जिस पर बांग्ला में नेताजी लिखा है । मिठाई की डिब्बा पर भी । हमने देश भर में चौराहों पर उँगली ताने नेताजी की अनेक मूर्तियाँ देखी है पर उनके नाम पर मुँह मीठा करने का यह आइडिया पसंद आया है । 






इस दुकान का नाम गासिप फ़ास्ट फुट क्यों हैं आप समझ सकते हैं । फ़ेसबुक और ट्वीटर काल में गासिप फ़ास्ट फुड की तरह है बल्कि गासिप का इस्तमाल हम फ़ास्ट फ़ूड की तरह ही करते हैं । भोजपुरी में गासिप के लिए एक शानदार शब्द है- कचुराई । 


इस दुकान में घटते या कहें तो डूबते हुए से इस सज्जन को देख हैरान होता रहा । कैसे और किस साधना के तहत ये अपना दिन काट रहे हैं । इनी दुकान में सिर्फ एक बेंच है जिस पर ये खुद ही बैठे रहते हैं । बाबा लोकनाथ की तस्वीर है । यूँ ही स्थिर मुद्रा में ग्राहकों का इंतज़ार करते रहते हैं । ऐसी गुमटियां आज के आईफ़ोन के ऐप्स की तरह लगती हैं । ये सिर्फ आर्डर लेते हैं और सीमेंट और ईंट की सप्लाई करते हैं । आप एक दिन इस तरह से स्थितप्रज्ञ बैठ कर दिखा दें तो मानूँ । 


इस तरह से सुबह सुबह ख़रीदारी करते लोगों को देख अच्छा लगा । दफ्तर जाने से पहले के वक्त में हरी हरी सब्ज़ियाँ फूल और मछली । उफ्फ । मारक ।

नेशनल वुड क्राफ़्ट ऐसा कुछ नाम था इस दुकान का । संस्थापक बनर्जी साहब के नहीं रहने पर उनके इकलौता पुत्र ने पिताजी की कुर्सी पर उनकी तस्वीर रख दी है । भरत के खड़ाऊँ इफैक्ट । 

किन्नरी ब्यूटी पार्लर । अच्छा लगा यह नाम । हो सकता है कि इसका कुछ और मतलब हो लेकिन आम लोग किन्नर का जो मतलब समझते हैं उस लिहाज़ से ये नाम ज़्यादा समावेशी लगा । लेडीज़ ब्यूटी पार्लर है । एक पाठक ने बताया कि किन्नरी गुजराती लड़कियों के नाम होते हैं तो निश्चित रूप से ये किसी गुजराती की दुकान होगी । फिर भी जो यह नहीं जानते होंगे वो इस नाम को देख कर मेरी तरह ही चौंकेंगे । 

5 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

मिठाई और मन की मिठाई।

ANHAD NAAD said...

samajh mein nahi aata kaise aapko dhanyawad kahu ghar baithe baithe aapne bengaal ke darshan kara diye.....aapko bhi kisi pradesh ka brand ambessedor ho jana chahiye.........

nptHeer said...

Sirf subhash chandra boz hi ek freedom fighter hai jinko desh vasiyon par thopa nahin gaya...aur sweets dekh rahe ho ya kha bhi ...chalte raho...

gossip ko gujarati main 'patlāi' kahte hai aur iska bahuvachan bhi available hai 'patlaiyo' :)

Stitprgyata construction materials bechnewalon ke biz wali vain main hoti hai-hum khij main 'aate daal ka bhaav maalum parhega' bolte hai,ve boenge 'cement ret ka bhaav pata chalega..' :) bhale hi ek bench ho-profit hoga sure :)


kinnari naam gujaratiyon main kaafi aam hai..ladkiyon ka naam hua karta hai...

Ashish Saxena said...

apki sabhi jankariyan bahut achchi hain sir.. bus mushkil ye hai ki share bhi nahi kar sakte...

@aryaraju said...

Thanks for sharing :)