आज जान निकली जा रही है ।
आज अजीब हुआ । प्राइम टाइम की तैयारी पूरी कर स्टुडियो जाने का इंतज़ार कर रहा था । पंद्रह मिनट बाक़ी थे नौ बजने में । अचानक माँ और भाभी का फ़ोन आता है कि ममेरा भाई का अता पता नहीं चल रहा । मेरे होश उड़ गए । किसी तरह मनीष को सूचना देकर प्राइम टाइम करने गया । कुछ होश ही नहीं रहा कि क्या पूछ रहा हूँ और कौन क्या जवाब दे रहा है । पूरे शो के दौरान पटना से फ़ोन आता रहा । कुछ प्रिय दर्शक एस एम एस कर रहे थे कि क्या शो है ये । युद्ध की बात क्यों नहीं करते । ये अजय शुक्ला क्यों बकवास कर रहे हैं । आप थके हुए लग रहे हैं । आप कांग्रेसी दलाल हैं । मेरा मन शो में था ही नहीं । ब्रेक में रोने लगा । जिसके साथ बचपन बीता उसके बारे में तरह तरह की आशंकाओं ने घेर लिया । दर्शकों के लिए प्रदर्शन करना था और खुद से लड़ना था । किसी तरह शो ख़त्म कर बाहर निकला तो फ़ोन पर फ़ोन । एडीजी कंट्रोल रूम से फ़्लैश के बाद भी धीरज की कोई सूचना नहीं । दानापुर होते हुए बिहटा शाहपुर आरा के रास्ते डिहरी आन सोन के लिए निकला था । सुबह सात बजे और रात के ग्यारह बजे तक कोई सूचना नहीं । कभी माँ को तो कभी भाभी को तो कभी उसकी पत्नी श्वेता को । सबका धीरज जवाब दे गया था । रोते रोते सब एक दूसरे पर चीख़ने चिल्लाने लगे । मैं जिस समाज और परिवेश से आता हूँ वहाँ यह सामान्य है । फिर भी उनकी और अपनी तकलीफ़ से जूझ रहा हूँ । कई फ़ोन के बाद उसके आॅन सोन जाने के रास्ते में किसी दुर्घटना की कोई सूचना नहीं मिली । रिलायंस जीओ के अधिकारियों ने भी बताया कि कोई सूचना नहीं है । फिर दिमाग गया कि बारिश के दिनों में बिहार की सड़कों के किनारे काफी पानी भर जाता है । अगर उसमें गिरा हो तो मुमकिन है कि सूचना न मिली हो । पत्नी श्वेता कह रही थी कि सहयोगियों से किसी बात पर अनबन थी जिसकी शिकायत धीरज ने अपने बास से की थी लेकिन एक महीने की नौकरी में अनबन का ऐसा ख़तरनाक नतीजा हो सकता है समझना मुश्किल है । उसका फ़ोन बंद है । टावर का लोकेशन घर के पास ही बता कहा है । गोला रोड, टावर के मालिक का नाम मुकेश कुमार है । समय दोपहर सवा दो के क़रीब का जबकि घर से वो सुबह सात बजे निकला था । दानापुर पुलिस के पास सुबह से दुर्घटना की कोई सूचना नहीं है । क्या हो सकता है । मेरी हालत ख़राब है । क्यों लिख रहा हूँ पता नहीं लेकिन आशंकाओं से घिरा हुआ हूँ । उम्मीद नज़र नहीं आती । कंट्रोल रूम के फ़्लैश के बाद कोई सूचना तो मिलती । पटना के रूपसपुर थाने में सूचना दर्ज करा दी है । धीरज सफ़ेद रंग की होंडा ट्विस्टर बाइक से निकला था जिसका नंबर 2353 है । tel:+9197-71-423507 ये उसका फ़ोन नंबर है । पैंतीस साल की उम्र है । क्या करूँ । वो ऐसा लड़का नहीं है । दिन भर में पत्नी से कई बार बात करता है ।अपनी दोनों बेटियों से काफी लगाव रखता है । नौकरी में मन नहीं लग रहा था मगर किसी ख़ास तनाव में भी नहीं था । क्या वो परेशान होकर कहीं जा सकता है ? आत्म हत्या ? हत्या ? अगवा ? दुर्घटना ? नक्सल ? यही सब सोच रहा हूँ । शो के साथ तो न्याय नहीं ही कर पाया लेकिन लग रहा है कि धीरज के लिए भी कुछ नहीं कर पा रहा हूँ । उसका पता क्यों नहीं चल पा रहा । ये कैसा इम्तिहान है ? दुआ कीजियेगा ।
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21 comments:
Bhaiya, sab kuchh kushal hoga.
Dhheraj ke liye dhairya rakhiye. Kisi ek ka aise samay mein majboot hona ati-aavashyak hai..
Hum zyada kuchh to nahi lekin dheeraj ki kushalta ki kamna karte hain. Bhagwan kabhi kabaar hamare dheeraj ki pareeksha leta hi hai, samna kariye majbooti se!
I just watched your prime time then read your blog. Really you controlled well in this difficult time. I pray for everything to be fine. Bhagwaan se Dheeraj ki kushalta ki dua karta hoon.
आप कृपया धीरज न खोएँ। मालूम है मेरे लिए ये कहना आसान है, पर शांत दिमाग से ही समाधान निकलेगा। आपके भाई की कुशलता के लिए मंगल कामनाएँ । उम्मीद और विश्वास है कि सब ठीक होगा। आप बस संतुलन बनाए रखें। ऊपर वाले से दुआ, प्रार्थना कर रहा हूँ। ये जहाँ भी हों कुशल मंगल हों, और जल्द से जल्द घर वापसी करें। आपकी दुआ में हम सबकी दुआएँ शामिल हैं।
सब मंगल होगा। चिंता न करें। इश्वर आप और आपके परिवार के साथ है। हमारी दुआएं आपके साथ है।
सब मंगल होगा। चिंता न करें। इश्वर आप और आपके परिवार के साथ है। हमारी दुआएं आपके साथ है।
रविशजी , भगवान् से बस यही प्रार्थना है की धीरज का जल्द से जल्द घर आ जाएँ। इस तरह की बात सुनकर ही घबराहट हो रही है, समझ सकते हैं आप पर क्या बीत रही होगी। आप अभी काम की चिंता छोड़ कर घर के लोगो को संभालिए। सकारात्मक सोचिये। सब जल्द से जल्द ठीक हो जायेगा।
परिवार के बारे में ऐसी खबर मिलने पर उद्वेलित होना स्वाभाविक है रवीश जी । आशा और कामना करता हूँ कि सब कुशल हो जाए ।
सब मंगल होगा।सकारात्मक सोचिये, सब जल्द से जल्द ठीक हो जायेगा।
ईश्वर करे, धीरज शीघ्र ही घर पहुँच जाये।
Aise samay par bhavukta ka sthan nahin, dooron ko himmat dijiye, aur jo sambhav ho action lein...
RAVISH BHAI, SHANT RAHEN. JIVAN ME EISI GHARIYAN AATI HAIN. ASHANT RAH KAR SAHI PRAYAS NAHI KIYE JA SAKTE. UMID TO HAI HI, DIL SE DUA HAI KI VAH JALDI GHAR LOT AAYEN. DUA KAOOL HOGI.
Take leave and go to your home and search him,at least you can do this easily. God bless your family.Say Om Sai Ram
Stay calm and take care of u n ur family. one small line of ur post force me to think again n again, that is "मैं जिस समाज और परिवेश से आता हूँ वहाँ यह सामान्य है ।" missing someone is it normal!!!! our grief 'when we struggle for batter career and finding aim of life' all looks meaningless in front of this type of environment where no value of a life... dont worry sir dhiraj will come, but whats going on in our society, where we loosed sensitivity ...
Don't worry sir dhiraj will come soon..........
plz dont worry
sab kuchh theek ha jayega
Áameen....
सब मंगल होगा।सकारात्मक सोचिये
sir app achchhe hain.....achchha hi hoga ... be positive....
सर ये सब आप क्या लिख रहे हैं।
Dont worry sir .....i hope ur brother fine .....
Don't worry sir..every thing will be. you will find him soon...
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