माँ मुझे दिला दे गुब्बारे हवा में उड़ने वाले न्यारे न्यारे सफ़ेद लाल नीले पीले कितने रंग बिरंगे प्यारे प्यारे माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
देखो हाथ में लेते ही यह गुब्बारे ऊपर आकाश में उड़ जाते भागो भागो इनको पकड़ो फिर भी ये हाथ नहीं आते माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
खिलोनों से भी बढकर हमे गुब्बारे भाते अनेक रंग रूप में यह है आते पापा भी तो ख़ुशी ख़ुशी हमारे लिए लाते इसे देखकर सब हमारे दोस्त बन जाते माँ मुझे दिला दे गुब्बारे प्यारे प्यारे न्यारे न्यारे
13 comments:
Acha hai Sir, rang hi to bache hain kuch jivan me....
इतने सारे रंग *_*
...मुझे भी चाहिए
gubbare naam se ek serial ata tha Zee Tv par .. uski yaad aa gayi :)
rang kitne khoobsoorat hote hai kash zindagi bhi aisi hee hoti khoobsoorat
माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
हवा में उड़ने वाले न्यारे न्यारे
सफ़ेद लाल नीले पीले
कितने रंग बिरंगे प्यारे प्यारे
माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
देखो हाथ में लेते ही यह गुब्बारे
ऊपर आकाश में उड़ जाते
भागो भागो इनको पकड़ो
फिर भी ये हाथ नहीं आते
माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
खिलोनों से भी बढकर हमे गुब्बारे भाते
अनेक रंग रूप में यह है आते
पापा भी तो ख़ुशी ख़ुशी हमारे लिए लाते
इसे देखकर सब हमारे दोस्त बन जाते
माँ मुझे दिला दे गुब्बारे
प्यारे प्यारे न्यारे न्यारे
sita sandhu बहुत अच्छा लिखा आपने , और लिखते रहिएगा
रंग और उनके अन्दर भरी हवा।
सही बात
गाँवों में 'राजदूत', अर्ध सामंती प्रतीक हुआ करती थी
प्लास्तिकिया जीवन के प्लसटिकिए रंग--जो
देंगे प्लास्टिक smiles
और
प्लास्तिकिया खुशियाँ थोड़े से प्लास्टिक समय की plasticity के लिए
वैसे.....
रंग "मौन" होते है....
लेकिन रंगों की आभा "बातूनी" :)
jine ke liye aadmi ko kya kya karna padta hia????????????
jine ke liye aadmi ko kya kya karna padta hia????????????
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