हमारे लायक कोई सेवा....





















यह तस्वीर महेशखूंट की है। यहीं से बायें की तरफ एक रास्ता मुड़ता है जिससे आप सहरसा पहुंचते हैं। राजनीति में यह नया नुस्खा लगता है। आप से ही पूछ रहे हैं कि कोई हो तो बता दीजिए। इनके पास झूठे वादे करने के लिए कोई काम नहीं है।

वैसे आलोक ने बताया है कि अनिता बिहारी मशहूर गायक और गीतकार छैला बिहारी की पत्नी हैं। छैला बिहारी मनोज तिवारी के टक्कर के गायक हैं। मुंबई में रहते हैं और ठाठ से अंगिका और भोजपुरी में गाते हैं। यह पोस्टर उस जगह पर लगा है जहां बाढ़ नहीं है और यह बाढ़ से पहले लगा है।

19 comments:

Aaditya said...

आईडिया अच्छा है

फ़िरदौस ख़ान said...

बहुत ख़ूब...बहुत ख़ूब... जनाब कोई काम बता ही दीजिए...देखिए क्या जवाब मिलता है...

फ़िरदौस ख़ान said...
This comment has been removed by the author.
सुशील छौक्कर said...

शर्म मगर हमको आती नहीं।

जितने पैसो में ये होडिग्स बनवाया है उतने में तो पता नही कितने लोगो का पेट भर जाता एक दिन के लिए।

pallavi trivedi said...

naye naye nuskhe hain....

Abhishek Ojha said...

यहाँ तक पानी नहीं आया?

कुमार आलोक said...

तस्वीर बहुत कुछ बोलती है ..अनीता बिहारी के साथ निचे बाक्स में संभवतः उनके पतिदेव है ..बिहार हो या कोइ अन्य राज्य ..रिजरवेशन के बाद महिलाओं की भागीदारी बढी ..स्थानिय निकायों में ..लालू के जिन्न को पटाने के लिये नीतीश बाबू ने ओबीसी के लिये कोटा बढा दिया ..साथ ही साथ महिलाओं का भी ..बढना भी चाहिये ..ये तस्वीर प्रदर्शित कर रही है कि कैसे रिमोट कंट्रोल हर महिलाजनप्रतिनीधी का बना हुआ है उसका पति ...और इस तस्वीर से ऐसा लग रहा है कि कोइ आरकेस्ट्रा पार्टी अपने ग्राहको को लुभाने के लिये बीच सडक पर लोगों को अपने पास बुला रहा है ।

खबरची said...

रविशजी इन्हें पता होता आप वहा से गुजरने वाले हैं तो यहाँ पहले ही फोटो हटवा लेते

Satyendra Prasad Srivastava said...

बहुत अच्छा। बाढ़ का पानी उतर जाए, फिर सेवा बताएंगे।

बनारसी सांड said...

क्या रविश बाबू कहां कहां से खोज के इ सब ले आते है आप .बहुत बढिया ..लगे रहिये ।

Kaushal Kishore , Kharbhaia , Patna : कौशल किशोर ; खरभैया , तोप , पटना said...

Ise rajniti men marketing ki taknik ka istemaal kahen ya kuchh aur.
Jo bhi ho bhai ne anokha vigyapan men jabardast rachnatmakta dikhai hai.
Saadar

santoshsahi said...

रवीश जी ,अनीता जी को कहिए पोस्टर में क्या कर रही हैं सरहसा ,पुर्णिया,मधेपुरा में नेताओ का भोज चल रहा है ।वहां पहुंचे।वरना देर हो जाएगी बिरादरी के लोगों को सब्र नहीं होता कुछ नहीं छोड़ेंगे ।सब लूट खाएंगे। सेवा तो मुंबई में होता है मेवा तो महेशखुंट में मिलता ही हैं। हां हमारे लिए एक सेवा है करेंगी तो एहसान होगा। लटकी हैं तो लटके ही रहिएगा पर जरा उल्टा। नापाक पैर को नीचे ज़मीन पर मत रखिएगा। जमीन पर पानी है जहरिला हो जाएगा।

priyampriyadarshi said...

ravish ji,

ye to kuch bhi nahi.kash mere pass koi handy cam hota .community kitchen ka najara to bada hi bhayankar tha
utube na sahi apani billwori ankhiyaon se hi mahasus karen
vennue:- saur bazar

time:- 06:00 p.m
date :- 03/09/08
ek rastriya neta ki aashirvadi mudra ka photo bagal me ek ka khilkhilata chehara bich me jinke madad se ye sab intjam tha ka daba daba sa photu.2-4 chair bijli batti,gaja baja chullaha chauki
aur baje se nikalta gana
"AB TO KAHO MERE SANAM PHIR KAB MILOGE.
MILOGE JAB HA.HA..HA...BARISH HO GI"
??????????????????????????????????
sayed mental treatment ya galib ki jubani "kije hai hai kyun roye jar jar kyun"

Neha said...

हा हा हा! स्टेट का हाल देखा है इन्होने? अगर देखा होता तोह शायद यह पूछना नही पढता कि कोई सेवा हो तो बताये। हैरानी तो यह देख कर होती है लोग सचमें ऐसे लोगों को वोट देते हैं। पहली बात, हम कब समझेंगे कि किसी गायक कि पत्नी पॉलिटिक्स में तभी कुछ कर सकती है, अगर वह वाकई कुछ काम करे, और सिर्फ़ इसलिए नही कि वह उस गायक कि बीवी है। और दूसरी बात, advertisement ऐसा होना चाहिए जोह लोगों कि जानकारी लेने के बाद बनाया हुआ हो। इस बोर्ड से तोह येही पता चलता ही कि इन लोगों को पता भी नही कि बिहार के लोगों को क्या चाहिए!

Very interesting stuff!
नेहा

रज़िया "राज़" said...

रविशजी ! ईन्हें कहे दिजीये कि अब माफ़ करें। हरबार जनता को अपनी मीठी बातों में उलज़ा लेते है।अब कौन सी सेवा के लिये हाज़िर हैं? पहले अपने पेट की,ख़ज़ानों की सेवा तो करलें।

santoshsahi said...
This comment has been removed by the author.
santoshsahi said...

bhai sahab kasbe me man nahi lag raha hai ....aur kisi hill station pe jaane ke liye anti me paise bhi nahihai ....kahe khasar khasar sir khajuwa rahe hai .... ek sasta aur saral upay khalihan hai na.....to fir sochna kaisa turant bina ticket ke thobda uthaye bina nyote ke chale aaiye....

pata hai....khalihansahisantosh.blogspot.com

Om Sapra said...

respected ravish kumar ji
namastey,

i read article about janab ahmad faraj sahab and also about new and old gazals.

your articles in hindustasn dainik on wednesday are thought provoking and educative.
congratulations.

- Om Sapra
N-22, Dr. Mukherji Nagar,
Delhi -110009
98 1818 0932

सुप्रतिम बनर्जी said...

आप कमाल का लिखते हैं, महसूस भी करते हैं। ये तस्वीर इसका सुबूत है। मेरी शुभकामनाएं।