देखते रहिए












22 comments:

डॉ टी एस दराल said...

हा हा हा ! बहुत दिलचस्प फोटो लगाये हैं ।
सब अपने आप में एक कहानी कह रहे हैं ।
आपको भी फोटोग्राफी का शौक है । इसलिए कहूँगा कि एक बार हमारे ब्लॉग चित्रकथा पर भी झांकिए --वहां व्यंग तो नहीं , लेकिन कुछ मनोरम दृश्य अवश्य देखने को मिलेंगे ।
कल आपका पहलवानों वाला प्रोग्राम देखा । बहुत बढ़िया लगा , एक दम अन्दर की बातें दिखाई । आभार ।

सतीश पंचम said...

रोचक।

Tushar Mangl said...

sahi pics hain

ओशो रजनीश said...

भई वह रवीश जी , सारे फोटो अपने आप में एक से बढ़कर एक है, अच्छे लगे
http://oshotheone.blogspot.com/

Prashant said...
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Prashant said...

बहुत उम्दा! पर ये कौन सा प्रेस वाला है जो राजीव गाँधी का फोटू कार के ऊपर रखके घूम रहा है? कुछ समझ में नहीं आ रहा? कृपया स्पष्ट करें..

दीपक बाबा said...

दादा ...........

उपर के दो चित्र ह्रदय में उठा-पटक कर देते हैं...........



सलाम....... ये भारत भाग्य विधाता.....

नितिन | Nitin Vyas said...

भारत के भाग्य विधाताओं को तो आपके पहलवानों वाले प्रोग्राम पर देखा, बहुत पसंद आया।

मेरा भारत कहाँ....... said...

कह और दिखा तो सकते हैं... सुधार कितना सकते हैं... कुछ ऐसा ईजाद क्यों नहीं करते कि मीडिया के प्रति लोगों की सोच बदले और नाकारात्मक से साकारात्मक की और ख़ुद-ब-ख़ुद जनता आना शुरू कर दे... गुस्ताख़ी माफ़ हो सर.....

दिलीप कुमार पाण्डेय said...
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दिलीप कुमार पाण्डेय said...

दुर्भाग्य है कि भारत के भाग्य को इन्हीं नेताओं से संतोष करना पड़ रहा है

छटपटाहट said...

सर अच्छी तस्वीर लगाया है आपने, हर तस्वीर देश की हकीकत बयां कर रही है

माधव( Madhav) said...

interesting

Pratik Maheshwari said...

ऑटो वाला सबसे मजेदार था :)
अपने दुश्मनों को ऐसे ही सीख दी जा सकती है!!

JC said...

'६२ में नेहरु (जवाहर लाल) ने एक भाषण के दौरान कहा कि उनके पास गाँव वाले आये और बोले "भारत माता कि जय!" तो उन्होंने उनसे पूछा कि यह भारत माता कौन है?

और फिर उन्हें बताया कि वे सब भारत माता हैं!

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ said...

रवीश भाई,
बातें करते हुए चित्र हैं...
शायद पहली मर्तबा आना हुआ है... सार्थक हुआ!
आशीष
--
बैचलर पोहा!!!

पंकज मिश्रा said...

शानदार तस्वीरों के बीच मेरी भी बधाई स्वीकार करें। उम्दा..

शरद कोकास said...

"फटा सुथना पहने जिनके गुन हरचरना गाता है" ... वही हैं न ये ?

अनूप शुक्ल said...

खूब।

विजय प्रकाश सिंह said...

All are good but undoubtedly the 'Auto' is the best.

PANKAJ said...

BAHUT BADIYA PHOTO HAI RAVISH JI

PANKAJ said...

ravish ji sundey aapko shopprix mall par dekha bahut khushi hue aapki har report dil ko touch karti hai