मोबाइल के अल्बम से

बनारस की कुछ तस्वीरें बची रह गईं हैं । हैट वाला हेमंत यादव है । बनारस से उम्मीदवार । छोटा हाथी में सवार हेमंत चुनाव का मौज लेते देखा । चुनाव इसलिए भी लड़ा जाना चाहिए । एक तस्वीर तीन सौ साल पुराने कुएँ की है तो एक बनारस की सड़क की । दिन भर भरी भरी सी रहने वाली ये सड़कें आधी रात के बाद और सुबह तक की ख़ाली दिखती हैं । मुझे ख़ाली सड़कों को देखना अच्छा लगता है । ख़ुद के ख़ाली होने जैसा लगता है । स्लेट की तरह लगती हैं ये ख़ाली सड़कें । कोई भी इनपर अपने सफ़र की इबारत लिख सकता है ।








5 comments:

sachin said...

नकाबपोश से सावधान ! (अच्छी तस्वीरें हैं, हेमंत यादव मस्त मूड में लग रहे )

Unknown said...

खाली सड़को का अपना आनंद है, मुंबई-पुणे जैसे शहरों में सुबह-सुबह सड़के खाली मिलती है, पर पटना में सुबह में रात से ज्यादा भीड़ होती है !

Unknown said...

Bahut khub sir ji.

SeemaSingh said...

Sadak par sunder tipdii

Rajat Jaggi said...

lol nazi or modi ji ek sath !