ये भी मोदी हैं

डिफ़ेंस कालोनी के इस होर्डिंग स्थल पर कुछ समय पहले तक नरेंद्र मोदी होते थे । आक्रामक चेहरा और नारे के साथ । अब यहाँ दूसरा मोदी है । सौम्य । शायद फ़ैशन डिज़ाइनर हैं । 


8 comments:

  1. देश मै चुनाव चल रहा है। भारत का अकार और विभिन्ता अपने आप मे कई मुद्दे पैदा कर देता है। पर भारतीय होने के नाते एक बात अच्छी नहीं लगी की इस बार भी कुछ अलग करने का मोक्का चूक गया। कई मुद्दे अंत तक आते-आते दब गए। गांव फिर से शहरी विकास के मुद्दो मै खो गया या घोषणा-पत्रो मै दब कर रह गया । और शहर अपने ही रंग मै फिर से दुबारा रंग गया पीछे की दरारे ढकी दिख रही है, पर कब तक , शायद १६ मई तक। अंत मै रह गया तो वही जाती-धर्म- क्षेत्र का पुराना दानव जो शायद भारत की कई इंकाइयो के मंथन से निकला अमृत पी चूका है इसलिए शायद मरता ही नही।

    नोट: रविश एक पत्रकार है और वही काम वह कर रहे है। उनका काम है मुद्दो को उठाना इसमें बुरा नहीं मानना चाइये। मोदी पर आरोप लगता है , केजरीवाल को थप्पड़ पड़ते है और न जाने क्या-क्या लेकिन पत्रकार को बात रखने का स्पेस मिलना चाइये। सहयोगी अपने मत से अपने राजनेता को जिताये किसी से जबरदस्ती इज्जत भी तो नहीं करवा सकते , आखिर है तो यह भारत ही :)

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  2. hello raveesh ji
    aap sirf mere nahi hamari puri family k favourite reporter hain.aap ndtv k liye bhi lucky charm hain kynki hamne ndtv aap ki wajah se dekhna shuru kiya!!![typed by me [shivam nagwal]poonam's younger brother because she was eating food.

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  3. kuch modi wodi k lahar nahi hai ads de dekar pure desh ko ullu bana kar rakha hai

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  4. आपने तो ग़ुस्सा छोड़ने की सलाह दी थी उन्होंने उम्मीद छोड़ दी

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  5. Jo dikhta hai wahi bikta hai.

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  6. Sir,aj apke prime time me lehri gav premchand vala episode dekha, you are great personality & great anchor. Sir apse bahut sikhne ko milta hai

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