(1)
सियासत में एक बात अच्छी होती है रंग कुछ भी हो चमड़ी मोटी होती है ।
(2)
मुल्क की बीमारी की पैमाइश हो रही है,
टीवी में बोलने की समझाइश हो रही है ।
(3)
जबसे उनके फ़ालोअर कुछ लाख हो गए ,
बता रहे हैं सबको कि सबके बाप हो गए ।
(4)
नेताओं के फ़ेसबुक पर खाते खुल रहे हैं ,
स्विस बैंक पूछो है कितने में खुल रहे हैं ।
Koi Umeed Bar Nahi Aati
ReplyDeleteKoi Soorat Nazar Nahi Aati
Agay Ati Thi Hal-e-Dil Pe Hansee
Ab Kisi Baat Per Nahi Ati
Mausam aa gaya phir shorana
Kisi insaan ki awaaz nahin aati
(आज आप की एक बात नोंधनीय लगी-इस पर चर्चाएँ हुई होगी तो पता नहीं-एक बौद्धिक चर्चा बनती है- Netalog Vs Bouddhik-आप ने कहा था -'त्रासवाद की पृष्ठभूमि राजनीति है' )
ReplyDeleteचमड़ी,पैसा, अत्याचार इन सब की कौन देता है रसीद
लालच,अहंकार ही सियासत और प्रपंच इनकी जाती
बाप और बेटी बनने का हक हर नेता रखता है
भ्रष्टाचार हो या हाहाकार वही पहले रहता है (politics जवाबदारी भी तो है)
बस अब इतनी ही comment लिखनेका mood है :p :)
प्रपंच
ReplyDeleteMERA BHARAT MAHAN.100% POLITICIANS ME 101% POLITICIAN BEIMAAN
ReplyDeleteसोने से पहले यूँही लिख दिया :
ReplyDelete१)
दिल्ली गए, दीवान हो गए ।
गद्दी पर बैठे, भगवान हो गए ।
२)
उनके चेहरे पर नया रुबाब तो देखो ।
आने वाला है क्या चुनाव तो देखो !?
३)
आजकल वो हर बात पर वोकल हो गया है ।
सुना है वो आजकल सोशल हो गया है ।
४)
ख़्वाब दिखाने आएँ हैं, परिवर्तन के सेनानी ।
धूल उड़ाकर जाएँगे, शातिर है इनका स्वामी ।
BILKUL SAHI HAI SIR AAJ KE DATE ME AAPKA YE TIPPANI...!! HAT'S OFF TO YOU!!
ReplyDeleteHUMNE BHI KUCH LIKHA HAI SIR JARA GOR FARMAIYE:-
ReplyDeletekoyle ki khano me rashan ke samano me kyon gadbad h ghotala hai kuch toh daal me kala hai,
sadkon me hai gaddhe ya gaddhon me sadkein hain
faile sab jag h beiman ya beimani k adde hain,
koi dhandhli khel me karta koi khata chara hai
q gadbad hai ghotala hai kuch to daal me kala hai,
mehengai ki goliyon se chalni hota sina
aam admi mara jata baha baha kar khoon pasina
karz ke bojh se har din marta hua kisan
muh par tala dal partiyan ho jati hain bejan,
sare jahan se acha fir bhi hindustan hamara hai
q gadbad hai ghotala hai kuch toh daal me kala hai,
trast ho gayi hai ab janta trast ho gaye hain sab log
fayde ki rajneeti ka janta par dala jata bojh
kis par karein bharosa sab ek thali ke chatte batte hain hain
kar vaade sarkar me aayen fir vaadon se hatte hain,
hain karte apraadh fir bhi inka bolbala hai
q gadbad hai ghotala hai kuch toh daal me kala hai.
Ravish ji ke saath,Ranaji,Sachinji aur Manojji ko Kavitai ke sukriya.
ReplyDelete"Baat karnee mujhe muskil kabhi aisi to na thi, Jaise ab hai teri mahfil kabhi aisi to na thi"-Bahadurshah Jafar
जय हो।
ReplyDeletehume to apno ne hi luta gairo mai kaha dam tha.............
ReplyDeleteEkdam sahi aapne likha hai. Aajki rajniti mein aadarsh kahin dikhaI nahi dikhaI deta hai. Ausarwadita hin aaj aadarsh ban gayi hai
ReplyDeletebahot badhiya kaha sir
ReplyDeleteBahut badiya Ravish bhai...
ReplyDeleteIts very important read at once -
ReplyDeletePM को चोर कहना गलत है| हमे देश के प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बनाये रखना चाहिए प्रधानमंत्री क्या है वह एक निजी पहलु है जो किसी की निजता के लिए है | अगर प्रधानमंत्री चोर है तो जनता उन्हें बार बार चुनकर सामने क्यों लाती है | इसका जवाब अहम् है |
एक युवा के नाते मेरी राय है की देश की गरिमा और अस्मिता को बिना सोचे समझे दिए गए विचारो से ठेस नहीं पहूंचानी चाहिए | इससे हमारे देश का स्तर लोगो के सामने और गिर रहा है | कोई किसी को मेंडक कहता है तो कोई किसी को कॉकरोच| इससे मुझे मेरे बचपन के दिन याद आ जाते है जब हम भी एक दुसरे को इसी तरह नीचा दिखाया करते थे | इससे यह बुनयादी सवाल खड़ा होता है कि बच्चो और देश को चलाने वाले राजनेताओ में आखिर क्या अंतर है | अगर कोई बुरा व्यक्ति बुराइ का जवाब बुराई से देता है तो वो भी उतनी ही बुराई का हिस्सेदार है जितना की दूसरा| प्रधानमंत्री देश के दुसरे सर्वश्रेष्ठ पदासीन व्यक्ति है अगर हमे उनसे कोई आपत्ति है या फिर हम उन्हें नहीं चाहते तो हमे इसका जवाब अपने मतों से देना चाहिए न की आपत्तिजनक शब्दों से | मेरा खून भी गरम है क्योंकि में भी एक युवा हूँ लेकिन मेने जो भी कहा उसमे मेने मेरे देश की मर्यादा का खयाल रखा है और उम्मीद करता हूँ की मेरे देश के राजनेता भी इसका ख्याल रखेंगे| बुराई को बुराई से नहीं बल्कि अच्छाई से मिटाया जाता है | अंधेरा रौशनी से मिटता है न की अँधेरे से | JAI HIND
Thanks
Regards ,
Tilkesh Bhadala
8233225333
mera mood kiya toh ye likha...
ReplyDelete:::-----अब------::::
अब हर रात सवाली लगती है . .
अब हर बात बवाली लगती है ..
अब हर सपनो की उम्र बीत रही है .
अब हर अपनों की चाहत पीट रही है ..
अब कुछ साये बेखौफ से घेरे हुए हैं ..
अब हम मारे डर के सहमे हुए हैं ..
अब सखा ने भी अपनी पहचान छुपा दी है
अब सखी ने भी अपनी मुस्कान हटा दी है
अब प्यार की सौगात भी फीकी हो गयी है
अब इकरार भी इंतकाम सरीखी हो गयी है
अब दिल ने भरोसे पे जीना छोड़ दिया है
अब साहिल ने पतवार का आसरा छोड़ दिया है ........
--------:::नीरज प्रियदर्शी :---------
बहुत सही कहा है .
ReplyDeleteaab to ek patr jhansaram(asharam)ke naam bhi likh hi dijiye
ReplyDeleteप्रिय रवीश कुमार जी,
ReplyDeleteआपके नाम से ट्वीटर पर दो अकाउंट बने हुये हैँ, @RavishKumarNDTV और @ravishndtv.
कृपया बताये कि इनमेँ से कौनसा अकाउंट अधिकारिक हैँ और कौनसा फर्जी। हमेँ इस असमंजस से निजात दिलायेँ।
प्लीज।
sadhoo sadhoo
ReplyDeleteशोहरत ओर शोहबत में बस फर्क इतना सा होता है
ReplyDeleteशोहरत से शोहबत बनती है शोहबत से शोहरत जाती है