धन्यवाद अपनी ब्लाग वार्ता द्वारा जनवादी ब्लाग से परिचित करने के लिए.आपकी उठाई शंकाओं का समाधान तिवारी जी के लेखन से नहीं हो सका उस पर तो मैं कुछ नहीं कह सकता.परन्तु अपनेhttp:// krantiswar .blogspotspot com पर मैं शुरू से ही कम्युनिस्ट विचारधारा को पूर्ण भारतीय परिप्रेछ में प्रस्तुत कर रहा हूँ.यह अलग बात है उसे तुच्छ समझ कर ठुकरा दिया जाए.
सौ साल बाद कोई रामचंद गुहा टाईप का इतिहासकार जब इंडिया आफ्टर कलमाड़ी या इंडिया आफ्टर राजा लिखेगा तो हो सकता है आपके इन तस्वीरों का संदर्भ के रुप में जिक्र करे कि साल 2011 में जब स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच चल रही थी तो बीपीएल दूल्हे बाल बनवाने कहां जाते थे....!
sara jaha hamara--
ReplyDeleteowwwwwwwwwwwwwww
ReplyDeleteKya baat hai Sir! Aapki nazar ki daad deni padegi......
ReplyDeleteरवीश कुमार को ‘स्व. वेद अग्रवाल स्मृति’ सम्मान
ReplyDeleteबधाई हो जी
धन्यवाद अपनी ब्लाग वार्ता द्वारा जनवादी ब्लाग से परिचित करने के लिए.आपकी उठाई शंकाओं का समाधान तिवारी जी के लेखन से नहीं हो सका उस पर तो मैं कुछ नहीं कह सकता.परन्तु अपनेhttp:// krantiswar .blogspotspot com पर मैं शुरू से ही कम्युनिस्ट विचारधारा को पूर्ण भारतीय परिप्रेछ में प्रस्तुत कर रहा हूँ.यह अलग बात है उसे तुच्छ समझ कर ठुकरा दिया जाए.
ReplyDeletebahut khoob ravish ji.............
ReplyDeleteरवीश जी
ReplyDeleteआजकल एनडीटीवी खबर की वैबसाइट पर
आपका कार्यक्रम नहीं मिलता
अपना भी एक सेक्शन बनवाइए ना ताकि ऑनलाइन देख सकें विनोद दुआ live की तरह
सब कुछ कहते कुछ शब्द ......
ReplyDeleteसौ साल बाद कोई रामचंद गुहा टाईप का इतिहासकार जब इंडिया आफ्टर कलमाड़ी या इंडिया आफ्टर राजा लिखेगा तो हो सकता है आपके इन तस्वीरों का संदर्भ के रुप में जिक्र करे कि साल 2011 में जब स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच चल रही थी तो बीपीएल दूल्हे बाल बनवाने कहां जाते थे....!
ReplyDeleteSushantji kya kahna chah rahe hain.
ReplyDeleteयह छायाचित्रों का दौर अनोखा चल रहा है...
ReplyDeleteइतिहास सा रच रहा है...
असली भारत की तस्वीर है रविश जी....
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