चिकित्सा समिति, प्रकाशन समिति, सफ़ाई और स्वास्थ्य व्यवस्था समिति, पंडाल समिति, बाज़ार समिति, जल समिति, रोशनी समिति, प्रचार समिति, संगीत समिति, सवारी व रेलवे समिति, टिकट कमेटी, सुपरिटेंडेंट लेडिज़ वालंटियर्स, सुपरिटेंडेंट ललितकला प्रदर्शनी,डेलिगेट कैंप समिति,अर्थ समिति, खजांची और भोजन मंत्री, व्यायाम और विनोद समिति ।
इन सब समितियों का ज़िम्मा जिनके पास था वे एक से एक नेता थे । मक़सद नेताओं के बारे में नहीं बताना है बल्कि यह कि राजनीति संगठन की बारीक ज़िम्मेदारियों के बिना हो ही नहीं सकती । इन समितियों के नाम के ज़रिये आप एक राजनीतिक अधिवेशन के सिस्टम और संस्कृति को भी समझ सकते हैं । सोचिये कि व्यायाम समिति क्या करती होगी । यह भी सोचिये कि आज के राजनीतिक अधिवेशनों का काम कितना पेशेवर होगा और क्या तब नहीं होता था ।
Perhaps technology was missing then but man management was better
ReplyDeleteSTRANGE.....
ReplyDeleteKabhi SWARAJ bhi padiyega sir...45 pages ki book h indian democracy par...
ReplyDeleteWritten by arvind kejriwal(kahin writer ka naam sunkar mood kharab to ni ho gaya?)
It seems we don't make people like him any more!
ReplyDeleteSWARAJ , ko uska writer hi nahi padhta to ravish babu apna samay gawaye ise padhkar.......
ReplyDeleteWriter Jo kuch likhta hai darasal use hi jeeta hai...padhna aur samajhna to auron ko hotha hai....par iske liye bhi soch ki shakti anivarya hai....
ReplyDeleteWriter Jo kuch likhta hai darasal use hi jeeta hai...padhna aur samajhna to auron ko hotha hai....par iske liye bhi soch ki shakti anivarya hai....
ReplyDeleteरवीश, बहुत दिनों से ब्लॉग़ राजनीति और चुनाव के चारों तरफ गोल-गोल घूम रहा है....न केवल घूम रहा है, बल्कि उसमें भी असहिष्णुता बढ़ने से लोगों का मिजाज़ बिगड़ जाता होगा....क्यों ना कुछ वक्त के लिये मोदी,केजरीवाल,या नीतीश आदि आदि को उनके हाल पर छोड़ दिया जाये.....क्या हुआ? क्यों हुआ? जैसे सवालों को एक तरफ सरका कर कुछ नयी बात की जाए? माना कि ये सवाल ज़रूरी हैं और लौटना भी इन्हीं सवालों पर है,पर ताज़गी भी ज़रूरी है... यकीन मानिये,सारे कमेंटबाज़ (मुझे जोड़कर) और खुद आप भी बेहतर महसूस करेंगे.....सुझाव है,शिकायत नहीं....जो लगा कह दिया।
ReplyDeleteMEENAKSHI ji aapki baat ka mein samrthan karti hu.
ReplyDeleteSwaraj hahaahahah Chori kee kitab
ReplyDeleteKitna aasaan lagta hai logo ko kisika majak udana. Kitab likhna koi khel nahi hota.
ReplyDeleteSuch mein log itne zalim hai har baat ka taana dete rahege.
"स्वराज" की बंपर सफलता के बाद युगपुरुष की आत्मव्यथा "लाल स्वराज" जल्द रिलीज होनेवाली है, जिसमें उनकी समस्त करतूतों का सचित्र और विस्तृत वर्णन होगा।
ReplyDeletenitin bhai yah LAL -SWARAJ Khud hi likh rahe hai maflar baba ya wo bhi...........
ReplyDeletenitin bhai.........abhi-abhi jail bhej diya arvind ko court ne
ReplyDeleteविश्वास जी
ReplyDeleteअब शुरू होगी केजरी-बवाल जी जेल जाने की नौटंकी और न्यूज़ चैनल वाले उसे 24 घंटे दिखाएंगे.,,, फिर खूब चंदा मिलेगा,,, फिर मुखड़ा चमकेगा,,,, फिर मज़े ही मज़े,,,
रविश पांडे भी 2-3 दिन प्राइम टाइम मैं वफ़ादारी साबित करेंगे
pandey ji to bade baichen honge is samay
ReplyDeleteपांडे जी कशमकश मैं हैं. पेमेंट तो चुनाव तक का ही मिला था. पांडे जी उधारी मैं तो काम करने से रहे. शायद चंदे मैं हिस्सेदारी पर डील हो जाए और प्राइम टाइम मैं केजरी आ जाए.
ReplyDeletekitni bhi ungli karo nitin bhai.............aaj to bolne se rahe ravish babu
ReplyDeleteअभी इसको लगेगा की सज़ा कम से कम 6 महीने की हो जायेगी तो तुरंत पलटी मार के जमानत ले लेगा, क्योकि तबतक इसका पब्लिसिटी ड्रामा पूरा हो जायेगा.
ReplyDeleteitna sannata kyu hai ..rachit bhai is page par
ReplyDeleteदेखिये उसको मुख्यमंत्री बनना था तो उसने अपने बच्चों की कसम तोड़ कर भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पा ली , कुर्सी छोड़ के प्रधानमंत्री बनने के लिए वाराणसी भागा , अब जब वाराणसी की जनता ने लात मारी तो अब उसे फ़िर से मुख्यमंत्री बनना है .......!!
ReplyDeleteबहुत ही क्रांतिकारी नेता है भाई
भाइयों कई बार चाचा चौधरी बनने के चक्कर मेँ आदमी चूतियानंदन बन जाता है, इसमेँ कोई आश्यर्य या कौतूहल वाली बात नहीँ है.... युगपुरुषजी इस सदमे से बाहर निकलकर क्रांतिपथ पर आगे बढ़ेँगे, विश्वास रखिए
ReplyDeleteDate likhe hote to achcha hota
ReplyDeleteModiji ke samartkho, ek Modi samarthak hone ke nate kah rahi hu aap log jis tarah ki abhadrata dikha rahe usse mi aahat hu aur agar Modi ke samarthak aap jaise sanskar ke log hi to Democratic sanskar ke log Jo khul kar Modiji ke support me aaye hi unhe dubara sochna padega. Lagta tha chunav ke bad ye sab khatam ho jayega par badte ja raha hi.
ReplyDeleteAap log Ravishji ke pahchan ko use kar rahe ho kyonki aaplogo ki koi pahchan nahi hai.
Kisi ko support karne ke liye gali gaulage karne ki jarurat nahi hot I.
Jis tarah ki bhasha ka prayog social site par Modi samarthako dwara kiya ja raha darane wala hi.
Ek ghav se nikalne me 12 sal lag gaye ab dusra na lage.
Sabse khusi us din hogi jab Modiji Musalmano ke vote se jitenge
bua ji ..bhashan na pilaye modi samarthan ka chola pahan kar....................lifafa dekh kar majmoon bhanp lete hai ham
ReplyDeleteaur bua ji jo apke democratic log modi ke sath aa rahe hai..dar asal wo thali ke bangan hai...unko bhi to achche din chahiye
ReplyDeleteबुआ जी
ReplyDeleteमुझे लगता है केजरीवाल पैदा होते ही कूदकर पेड़ पे चढ़ गया होगा
बेहद चंचल और कलाबाजी करने का गुर पैदायशी ही हो सकता है
this आम आदमी is not a normal man
केजरीवाल न नार्मल डिलीवरी से हुआ था न ही सिजेरियन
ReplyDeleteकेजरीवाल अंडे से पैदा हुआ है ..
पक्का ..
आगामी न्यूज ये है कि Arvind Kejriwal को दो दिन बाद केजरीवाल टर्न अर्थात ' यू टर्न ' लेना ही पड़ेगा और दो दिन बाद अगर जेल से बाहर आना है तो दस हजार रूपये का मुचलका भरना ही पड़ेगा वरना तो ...........
ReplyDeleteजेल में चक्की पीसिंग पीसिंग ..... पीसिंग ,
तो आगामी नौटंकी ' यू टर्न ' के लिए तैयार रहिये ....!!
nitin..band karo bhai..bua ji naraj ho jayegi
ReplyDeleteनीलू बुआ जी क विचार तो पता चल गये अब रविश मांझी का क्या कहना है?. कुछ बोलो यदि अवसाद से बाहर आ गये हो तो
ReplyDeleteदेश मे बोलने की आजादी है इसका मतलब यह नही की बिना सोचे समझे किसी पर कोई इल्जाम लगा दे अगर केजरीवाल के इल्जाम सही है तो कोर्ट मे साबित क्यू नही करता| वो खुद को सही साबित नही कर सका इसका मतलब एक ही है की केजरीवाल झूट बोला था| ओर बेल नही लेना का मतलब है चर्चा मे रहना
ReplyDeleteसरकस का बन्दर जेल के अन्दर
ReplyDeleteKejari bai confuse ho gayi thi ki ₹10000 ka bel ! par sadko par to ₹ 30 me milta hai jao mai nahi kharidunga. chahe jail bhej do mujhe
ReplyDelete. ₹9970 ka ghata ho raha hai judge sahab
Naach meri bulbul tujhe TV coverage milega !!
ReplyDeleteKaash arvind ne modi ke khilaf case kiya hota ...unhe Pakistan Ka agent bataye jaane par....to shayad oath ceremony tihar mein hi rakhi jaati....
ReplyDeleteayushi didi....manhani unki hoti hai..jinka man hota hai
ReplyDeleteayushi didi....manhani unki hoti hai..jinka man hota hai
ReplyDeleteविश्वास भाई आपने बहुल जल्दी रिश्ते बना लिए . नीलू बुआ जी, आयुषी दीदी hahaahahha
ReplyDeletepar nitin bhai...jawab phir bhi nahi deti..na bua..na didi
ReplyDeleteएक बार कजरी के गुणगान करिए उनकी विविध लीलाओं की तारीफ करिए प्रसन्न हो जाएँगी.
ReplyDeletekyo narak bhejne par tule ho nitin bhai
ReplyDeletenitin bhai ,sabhi aapiye jamanat le -lekar ghar ja rahe hai..kal tak to bade adarshwadi ho rahe the.....................maflar baba ka kya hoga
ReplyDeleteनरक जैसे साम्प्रदायिक काल्पनिक जगह पर संघी जाते हैं हम तो AK सर के परम भक्त हैं हम तो जहनुम्म जाएँगे .
ReplyDeleteभागने की कला मेँ दक्षता प्राप्त कर चुके युगपुरुष तिहाड़ से सराय काले खाँ तक सुरंग बना रहे थे, फावड़ा जरा ज्यादा तेज चल गया, इसलिए भूकंप आ गया
ReplyDeleteआज डाइरेक्ट अमेरिका तक सुरंग खोदी जाएगी. क्रांति वहाँ भी तो लाना है
wah bhai ak sir ,parambhakt ,jahnumm..............aur koi ho na ho pandey ji khush ho jayenge
ReplyDeleteकेजरीवाल जी अगर आपको और पब्लिसिटी चाहिए तो मेरी मानो तिहाड़ में सुरंग खोदना चालू कर दो बहुत रिएक्शन आएगा इसपर।
ReplyDeleteगुप्ता जी का इस परम सेकुलर ब्लॉग मैं स्वागत है
ReplyDeletegood attempt
ReplyDeleteThanks Nitin bhaiya
ReplyDeletePerhaps its called, acute poverty of sense of speech or just a state of mind.....whatever.....but the point is......bhaiyon , aakhir desh ki BPL list kyon badha rahe ho...??
ReplyDeleteWarm sympathy with would be chairperson , planning commission.
"ना मै यहाँ आया हूँ ना मुझे किसी ने भेजा है मै तो यहाँ(तिहाड़ जेल) अपनी नौटंकी करने आया हूँ"- श्री श्री 420 9211 केजरीवाल
ReplyDeleteNa mai yahan aya hun na mujhe kisi ne bheja hai mujhe to maa ganga ne bulaya hai"" sri sri 420, 307,302 urf GAPORCHAND
ReplyDeleteRavish G Kabhi GAPORCHAND G Se Kabhi Milna Ho To Ye vidhyarthi G K Kitab Jaroo Dijiyega Uneh Taaki Unhe Mahsoos Ho K Insaaniyat Kya Hoti Hai.ansoo Kya Hote Hain
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