पोंटा साहिब से होते हुए वाया हिमाचल प्रदेश चंडीगढ़ का रास्ता मौसम के कारण विहंगम और ख़ूबसूरत हो गया । बारिश और तेज़ हवाओं ने सफ़र को मुश्किल तो कर दिया मगर अपना देश हैरान करता रहा । उसके अनजान रास्ते किसी ख़्वाब से कम नहीं ।
Sir we want to meet u if u r in chandigarh. On behalf of employees of an institution where 100% teaching and nonteaching staff is on contract basis since 2002. We are looking forward to meet u. Plz revert. We are organising a meet on 28th april in which more than 10,000 contract employees are coming forward from class1 to class 4 worker.
Waqai mein sar bahut khoobsurat tasveer post ki hai aap ne .ek baat hai sir aap mein jab aap prime time mein rahte hu tab prime time acha lagne lagta hai jab aap koi report karte hu tu woh aur bhi achi lagti hai .main aap ku 10 saal ki umr se dekhta hoon aap ki batein dil ku chuti hain .
सबसे पहले तोह बहोत बहोत धन्यवाद| आज प्राइम टाइम चंडीगढ़ को देख कर बहोत अछा लगा |
मैं P .G .I . में ही नौकरी करता हुँ | रोज़ ढेरों मरीज़ों से मिलना होता है| सब भारत के अलग अलग हिस्सों से आते है | लेकिन सब में एक बात ज़रूर कॉमन होती है वोह है गरीबी| कभी कभी तोह मरीज़ों से बात करता करता खुद भी उनके साथ रो देता हुँ | रोज़ आता जाता गेट पे, एक प्लेट थाली के लिए लगी उस लाइन को भी देखता हुँ | और यह भी देखता हुँ कि कैसे चंडीगढ़ के "मॉडर्न" लोग उस लाइन को अनदेखा करके कट लेते हैं | लेकिन अपना फ़र्ज़ निभाते हुए हर महीने कि सैलरी का एक छोटा हिस्सा वहाँ दे आता हुँ | और आशा करता हुँ कि बाकी लोग भी अपनी अपनी तरह से वहाँ और भारत के बाकि हस्प्तालों में मरीज़ों के लिए खाने का कुछ न कुछ प्रबंध ज़रूर करें, ताकि रात कोई मजबूर, मज़बूरी में भूखा न सोये | | मंदिर मस्ज़िद दान करने से कुछ नहीं होने वाला , वह तोह बस अपनी इमारतों को ही ऊँचा करेंगे, लेकिन उन गरीबों कि नज़रों में आपका कद ज़रूर ऊँचा हो जायेगा | अपनी सैलरी का एक हिस्सा वहाँ दे आया करे | काश ऐसा समय भी आये कि कभी लोगों का दिल पसीज जाए और वहाँ खाना खाने वालों कि नहीं , खाना देने वालों कि कतार हो |
Aaj ki matlab ki is duniya mein kisi ko koi paani nahi pilata ravish ji chandigarh pgi ke bahar jo seth ji daily Langar legate hai kafi taarif ke kabil hai seth ji ko bahut bahut dhanyawaad. Unki har aarzoo puri ho aisi prathna karta hu.
SIR JI it is even more beautiful to view it from MUSSORIE .Weather is changing thus these sceneries are very common in the area of Himalayas.Hope so with the weather the politics of our country may also change and may bring a new season of satisfaction among the people of India.
dear ravish bhai apke safar se mujhe vinod dua ji ki yaad taja ho gayee. apko bhi NDTV vale dheere dheere vinod dua ke raste par laa rahe hai. aur phir apko raste par laa kar laat mar kar ndtv se bahar kar denge BEWARE RAVISH BHAI FROM DESI ANGREJ(PRANAV ROY)
सर आप ये सब मत दिखाया करो। ……य़े तो पूरे देश का एक ही हाल है। ………आप किसी भी राज्य में चले जाएँ। …और वहाँ किसी भी पार्टी कि सरकार हो। ।सब जगह आपको मेरा भारत महान दिख जाएगा। जनता फिर भी उन्हें ही वोट देगी। जिनको देते आये हैं। ……आप तो अपने प्राइम टाइम में वापस आ जाओ। ……नेताओं कि खिंचाई करो। ......
Ravish Bhaiya Pranam, Kal ke PT mein Shubham ko dekhkar sachmuch ek aasha bandhti hai ki is desh mein ab badlav aane wala hai. ab wo pahle ki tarah janta ko bewakoof banakar vote nahin liya ja sakta. Is tarah ke bachchon ko dekh ke lagta hai ki nai peedhi kitni advance hai unko mil rahe exposure ke karan. Shubham ki umra mein hum to sirf chunaav mein bille aur jhande ikatthe karne mein lage rahte the. Aur helicopter dekh kar khush ho jaaya karte the. Lage rahiye sir, its real reporting. regards
कल का प्राइम टाइम देख बरबस अदम गौंडवी की ये पंक्तियाँ याद आ गयी .रवीश जी आप हमे जंहा ले जा रहे हैं डर लगता है कंही हम आप को खो न दें . तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है उधर जम्हूरियत का ढोल पीते जा रहे हैं वो इधर परदे के पीछे बर्बरीयत है ,नवाबी है लगी है होड़ - सी देखो अमीरी औ गरीबी में ये गांधीवाद के ढाँचे की बुनियादी खराबी है तुम्हारी मेज़ चांदी की तुम्हारे जाम सोने के यहाँ जुम्मन के घर में आज भी फूटी रक़ाबी है
आपके कार्यक्रम ने हमे कुछ अलग सोचने का मौका दिया है.आप 'रवीश' हैं जहाँ न जाए रवि वहाँ जाए 'रवीश' ..मन करता हैं कि आपको एक पत्र लिखू मगर कैसे? ऐसे बिहार आने का प्रोग्राम कब हैं..आइएगा तो जरुर बताइएगा..
Prime time par to aa rahe ho na aap :P aaj
ReplyDeleteसुंदर ! ज़मीन के रास्ते से ज्य़ादा मोड़ तो आस्मां में नज़र आ रहे। मेरा फेब्रेट मौसम।
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ReplyDeleteSir we want to meet u if u r in chandigarh. On behalf of employees of an institution where 100% teaching and nonteaching staff is on contract basis since 2002. We are looking forward to meet u. Plz revert. We are organising a meet on 28th april in which more than 10,000 contract employees are coming forward from class1 to class 4 worker.
ReplyDeleteBand baja chunaav ke netao ki bajate rahiye aap dhanyawaad ke patr he ravish ji lage raho.
ReplyDeleteSir pls allow me to view your tweets !!
ReplyDelete@jasjit22
Is my twitter i.d
Ye Prime Time jyada aacha hi Neta ur expert log Ka jhay Jhay se
ReplyDeleteWaqai mein sar bahut khoobsurat tasveer post ki hai aap ne .ek baat hai sir aap mein jab aap prime time mein rahte hu tab prime time acha lagne lagta hai jab aap koi report karte hu tu woh aur bhi achi lagti hai .main aap ku 10 saal ki umr se dekhta hoon aap ki batein dil ku chuti hain .
ReplyDeleteसबसे पहले तोह बहोत बहोत धन्यवाद| आज प्राइम टाइम चंडीगढ़ को देख कर बहोत अछा लगा |
ReplyDeleteमैं P .G .I . में ही नौकरी करता हुँ | रोज़ ढेरों मरीज़ों से मिलना होता है| सब भारत के अलग अलग हिस्सों से आते है | लेकिन सब में एक बात ज़रूर कॉमन होती है वोह है गरीबी| कभी कभी तोह मरीज़ों से बात करता करता खुद भी उनके साथ रो देता हुँ |
रोज़ आता जाता गेट पे, एक प्लेट थाली के लिए लगी उस लाइन को भी देखता हुँ | और यह भी देखता हुँ कि कैसे चंडीगढ़ के "मॉडर्न" लोग उस लाइन को अनदेखा करके कट लेते हैं |
लेकिन अपना फ़र्ज़ निभाते हुए हर महीने कि सैलरी का एक छोटा हिस्सा वहाँ दे आता हुँ | और आशा करता हुँ कि बाकी लोग भी अपनी अपनी तरह से वहाँ और भारत के बाकि हस्प्तालों में मरीज़ों के लिए खाने का कुछ न कुछ प्रबंध ज़रूर करें, ताकि रात कोई मजबूर, मज़बूरी में भूखा न सोये | | मंदिर मस्ज़िद दान करने से कुछ नहीं होने वाला , वह तोह बस अपनी इमारतों को ही ऊँचा करेंगे, लेकिन उन गरीबों कि नज़रों में आपका कद ज़रूर ऊँचा हो जायेगा | अपनी सैलरी का एक हिस्सा वहाँ दे आया करे |
काश ऐसा समय भी आये कि कभी लोगों का दिल पसीज जाए और वहाँ खाना खाने वालों कि नहीं , खाना देने वालों कि कतार हो |
Aaj ki matlab ki is duniya mein kisi ko koi paani nahi pilata ravish ji chandigarh pgi ke bahar jo seth ji daily Langar legate hai kafi taarif ke kabil hai seth ji ko bahut bahut dhanyawaad. Unki har aarzoo puri ho aisi prathna karta hu.
ReplyDeleteSIR JI it is even more beautiful to view it from MUSSORIE .Weather is changing thus these sceneries
ReplyDeleteare very common in the area of Himalayas.Hope so with the weather the politics of our country may also change and may bring a new season of satisfaction among the people of India.
परम् आदरणीय रविश जी , आपकी facefook पर एक सन्देश प्रेषित है मनप्रीत सिंह नाम की id से आपसे अनुरोध है कृप्या अवश्य पढ़े . धन्यवाद
ReplyDeleteravish ji, kal aur parso ka p.t. bahut sahi tarike se dikhya gaya. aisa prgm. kahi aur nahi aata. shama aur shubham jaise bachhe is desh ko sambhalege. bahut bahut dhanyavad.
ReplyDeleteSir waiting for ur reply. Tell me how can I contact u?
ReplyDeletedear ravish bhai
ReplyDeleteapke safar se mujhe vinod dua ji ki yaad taja ho gayee.
apko bhi NDTV vale dheere dheere vinod dua ke raste par laa rahe hai.
aur phir apko raste par laa kar laat mar kar ndtv se bahar kar denge
BEWARE RAVISH BHAI FROM DESI ANGREJ(PRANAV ROY)
SIR KAL KA PT NDTV SIGHT PAR SAHI NAHI CHAL RAHA HAI PLEASE ISE SAHI KARWAIYE PLEASE
ReplyDeleteसर आप ये सब मत दिखाया करो। ……य़े तो पूरे देश का एक ही हाल है। ………आप किसी भी राज्य में चले जाएँ। …और वहाँ किसी भी पार्टी कि सरकार हो। ।सब जगह आपको मेरा भारत महान दिख जाएगा। जनता फिर भी उन्हें ही वोट देगी। जिनको देते आये हैं। ……आप तो अपने प्राइम टाइम में वापस आ जाओ। ……नेताओं कि खिंचाई करो। ......
ReplyDeleteRavish Bhaiya Pranam,
ReplyDeleteKal ke PT mein Shubham ko dekhkar sachmuch ek aasha bandhti hai ki is desh mein ab badlav aane wala hai. ab wo pahle ki tarah janta ko bewakoof banakar vote nahin liya ja sakta. Is tarah ke bachchon ko dekh ke lagta hai ki nai peedhi kitni advance hai unko mil rahe exposure ke karan. Shubham ki umra mein hum to sirf chunaav mein bille aur jhande ikatthe karne mein lage rahte the. Aur helicopter dekh kar khush ho jaaya karte the. Lage rahiye sir, its real reporting.
regards
कल का प्राइम टाइम देख बरबस अदम गौंडवी की ये पंक्तियाँ याद आ गयी .रवीश जी आप हमे जंहा ले जा रहे हैं डर लगता है कंही हम आप को खो न दें .
ReplyDeleteतुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है
मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है
उधर जम्हूरियत का ढोल पीते जा रहे हैं वो
इधर परदे के पीछे बर्बरीयत है ,नवाबी है
लगी है होड़ - सी देखो अमीरी औ गरीबी में
ये गांधीवाद के ढाँचे की बुनियादी खराबी है
तुम्हारी मेज़ चांदी की तुम्हारे जाम सोने के
यहाँ जुम्मन के घर में आज भी फूटी रक़ाबी है
आपके कार्यक्रम ने हमे कुछ अलग सोचने का मौका दिया है.आप 'रवीश' हैं जहाँ न जाए रवि वहाँ जाए 'रवीश' ..मन करता हैं कि आपको एक पत्र लिखू मगर कैसे? ऐसे बिहार आने का प्रोग्राम कब हैं..आइएगा तो जरुर बताइएगा..
ReplyDeleteAaj Amritsar wala episode bhi bahot khub tha. Dil kar ra tha ki program khatm hi na ho..
ReplyDeleteB'ful pics
ReplyDeleteगजब रंग की प्रकृति हमारी।
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