कई बार लगा कि दस साल पहले के बिहार की सड़कों पर चल रहा हूँ । स्थानीय अख़बार भ्रष्टाचार की ख़बरों से भरे हैं । कहीं तीस करोड़ तो कहीं पचास करोड़ की हिरोइन के पकड़े जाने की ख़बरें हैं । भयंकर तरीके से राजनीतिक दल, पुलिस और स्मगलरों के नेक्सस से नशे का दौर चल रहा है । राशन की छोटी सी दुकान पर कोई चौदह पंद्रह साल के बच्चे को अमूल दूध की छोटी बोतल में शराब पीते देखा तो यक़ीं नहीं हुआ । लगा कि सेब का जूस पी रहा है । शराब थी । जिसके क़रीब माइक लेकर जाता था शराब की दुर्गंध आती थी । औरतों में इसे लेकर बहुत ग़ुस्सा है । कोई राजनीतिक दल औरतों के इस ग़ुस्से को आवाज़ नहीं दे रहा है ।
पंजाब ही वो राज्य है जहाँ अकाली बीजेपी बैकफ़ुट पर नज़र आई । यूपी बिहार में बहुत कम मिलते हैं यह कहने वाले कि वे कांग्रेस को वोट देंगे लेकिन पंजाब में ठीक उल्टा है । यहाँ कांग्रेस बेहतर कर गई तो हैरानी नहीं होनी चाहिए । देश के अन्य राज्यों की तुलना में यहाँ कांग्रेस चुनाव लड़ती दिख रही है ।
अमृतसर में कैप्टन अमरिंदर सिंह अरुण जेटली के बराबर बयान पैदा कर रहे हैं । चुनाव में देर है मगर जेटली की स्थिति कोई ख़ास मज़बूत नहीं लगी । बीजेपी ने आपरेशन ब्लू स्टार का मुद्दा उछाल कर ग़लती कर दी है । दिल्ली में बीजेपी कहती रही है कि कांग्रेस दंगों की बात कर विकास के सवालों का सामना नहीं करना चाहती । गुजरात माडल को वो दंगों की बात से कम करना चाहती है । पंजाब में बीजेपी क्यों आपरेशन ब्लू स्टार उभार रही है । वो बादल सरकार के पंजाब माडल की बात क्यों नहीं करती ।
कई पत्रकार अकाल तख़्त या एस जी पी सी के हवाले से प्रकाशित उस श्वेत पत्र को ढूँढ रहे हैं जिसके लेखक इनदिनों अज्ञातवास में है । अंग्रेज़ी में प्रकाशित इस किताब में बताया गया है कि कैसे बीजेपी के विधायक और नेता भी कथित रूप से सिख विरोधी गतिविधियों में शामिल थे । अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर स्वर्ण मंदिर की अनुकृति को ध्वस्त कर दिया था । चूँकि किताब हाथ नहीं लग सकी इसलिए उसके बारे में पूरी बात नहीं लिखूँगा ।
यहाँ कांग्रेस को बेहतर स्थिति में एक और चीज़ पहुँचा रही है । बड़ी संख्या में दलितों का बसपा से मोहभंग हुआ है । ये दलित चाहते हैं कि बसपा कांग्रेस से समझौता कर पंजाब में भी यूपी की तरह वर्चस्व की शुरूआत करे । देश में सबसे ज़्यादा दलित पंजाब में हैं । अकाली दल ने पिछले लोक सभा में बीएसपी के हारे कई उम्मीदवारों को अपने में शामिल कर लिया है । कुछ को टिकट दिया है तो कुछ को पद । अकाली और कांग्रेस में से जो इस दलित वोट को अपने पाले में ले जायेगा पंजाब उसका होगा । फ़िलहाल मोहभंग वाले दलितों का बड़ा हिस्सा इस बार कांग्रेस की तरफ़ जाता दिख रहा है । पंजाब विधानसभा में तीस से ज़्यादा़ दलित विधायक हैं । इसलिए चुनावी रणनीति का बड़ा हिस्सा दलित वोट बैंक को बाँटने और लुभाने में आज़माया जा रहा है ।
कुल मिलाकर अकाली बीजेपी युति के प्रति लोगों की मौन नाराज़गी है । प्रकाश सिंह बादल भी ये चुनाव कथित मोदी लहर के सहारे पार करना चाहते है । इसलिए अपने हर पोस्टर पर मोदी का फोटो लगाया है । रेडियो पर मिनट मिनट में आने वाले हर विज्ञापन में प्रकाश सिंह बादल मोदी के लिए अपील कर रहे हैं । उनमें मोदी की आवाज़ है । अगर यूपी बिहार की तरह पंजाब में मोदी लहर है तो प्रकाश सिंह बादल और बीजेपी की नैय्या पार हो जाएगी वर्ना नहीं और इसका सबसे बड़ा प्रमाण होगा अमृतसर । इस सीट पर जिस आक्रामकता से कैप्टन अमरिंदर सिंह जेटली से लड़ रहे हैं उसे अन्य राज्यों के हताश कांग्रेसियों को जाकर देखना और सीखना चाहिए । दोनों के बीच ज़ोरदार बयानी मुक़ाबला हो रहा है । जेटली ने अकाली बीजेपी ने अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है तो कैप्टन ने बेज़ान पड़े कांग्रेसियों में जान और जोश फूँक दी है । सबको एक कर दिया है । अमृतसर में जो हारेगा वो पंजाब हार जाएगा और जो जीत गया वो पंजाब जीतेगा । दोनों ही स्थिति में पंजाब की हार है क्योंकि दोनों के मुद्दों में पंजाब नहीं है । पंजाब दरक रहा है । इसकी चिंता न पंजाब को है न उसके राजनीतिक दलों को ।
mera punjab loot lia dono ne ....ek hi barosa bacha hai kejriwal ..magar lagta nahi k uski hwa hai punjab mai...tough luck punjab
ReplyDeleteCongrats for the NT award.u deserve it
ReplyDeleteटीवी और ब्लाग पर पंजाब से जुड़ी आपकी रिपोर्ट देखने और पढ़ने के बाद यह लगता है कि देश का सिरमौर पंजाब बमुश्किल एक दुश्चक्र से निकल कर दूसरे में फंस रहा है । मन दुखी हो गया है ।
ReplyDeletePulice aur prashasan gaya gujra hai aam aadmi bhe sankat ke daur se gujar raha hai, gas cylinder se lekar FIR likhwane ke liye media ka hee Sahara hai bus.
ReplyDeleteRavish sir aap ne last mein jo likha hai ki jo amritsar jitega wo punjab jitega aur jo amritsar harega wo punjab harega. Lekin dono hi surato mein punjab harega. Dekhte rahiye ye band baja chunav. Dhanyawaad.
ReplyDeleteशेखर गुप्ता को कहीं कहते सुना था कि पंजाब ऐसा राज्य है जो अपनी ही समृद्धि का शिकार हो गया। उनके कहने का मतलब था कि औसतन लोगों के पास ठीक से लेकर अच्छी मात्र में पैसा है। वही उन्हें काम न करने और नशाखोरी की तरफ ढकेल रहा है। मुझे ज्य़ादा ज्ञान नहीं है इस बारे में , पर पंजाब में नशाख़ोरी दुनिया के लिए कोई पहला नमूना तो होगा नहीं। कई जगह पहले भी उसके कारणों और उन्हें ठीक करने पर काम किया होगा। एतना घूमने जाते हैं mp लोग दुनिया भर में । ज़रा ऐसे जगहों की भी स्टडी कर लें।
ReplyDeleteमैं हमेशा से इस बात से हैरान था कि यूपी ,दक्षिण राज्य और बाकी जगह जब राजनीती में दलित चेहरा/चेतना इतना प्रमुख है तो फिर पंजाब (जहाँ सबसे ज्य़ादा दलित हैं ) वहाँ इसका वर्चस्व या किसी प्रकार का असर अभी बड़े स्केल पर देखने को क्यों नहीं मिलता। इस बार के परिणाम, इस हवाले से भी रोचक होंगे ।
("कई पत्रकार अकाल तख़्त या एस जी पी सी के हवाले से प्रकाशित उस श्वेत पत्र को ढूँढ रहे हैं जिसके लेखक इनदिनों अज्ञातवास में है । " इसके बारे में किसी को कोई जानकारी हो तो शेयर करें । कुछ कहने से ज्य़ादा ये लाइन छुपा गई। कुछ स्पष्ट नहीं हुआ )
अमृतसर में जो हारेगा वो पंजाब हार जाएगा और जो जीत गया वो पंजाब जीतेगा । दोनों ही स्थिति में पंजाब की हार है क्योंकि दोनों के मुद्दों में पंजाब नहीं है ।
ReplyDeletefir bhi unhi ko vote dete hai to kya kijiyega? Loktantra hai.
Nashe ne kha lia Punjab.
ReplyDeletePolice ka gundaraj hai rishvat chalti hai.police ka khouf hai onse dar kar raho varna jhotha case daal k jail mai.aur baad mai jo pitayi hogi janwaro jaise wo alag
ReplyDeleteJaitley will and should win Amritsar. Wait for an upcoming modi rally there. Hawa palate jayegi
ReplyDeletePunjab bahut arse se darak raha hai aur iska main crisis agricultural stagnation hai. Consumerism ne chahaten to bahu paida kar din hain par unko poora carne ke saadhan jutane ka koi sustainable tareeqa koi nahin dhoond paya ab tak.Leadership sirf dharm or racial superiority ke charravyuh mein phansay hue hi logon ko. Aap ka vishleshan bilkul sahi hai...
ReplyDeleteसर जी । राजनीती को छोड़ दें तो । इतनी निराशा वाली भी बात नहीं है ।
ReplyDeleteसंतुष्टि है सब को यहाँ । सब कुछ होते हुए भी कोई रोता रहे तो हरि इच्छा ।
jara kisi Congresi raj wale pradesh ke bare mein bhi likhen.
ReplyDeleteRavish jee....aap ka chandigrab ...jalandher aur amritsar kee reporting dekha....jo kamobesh punjab kae ..political aur socio economical issue par they...par mujhae lag raha hai kee aap Punjab kae Manchester Ludhiana mai nahee gayae.....jis tarah sae aap nae RAVISH KE REPORT 'delhi ka dharawee' report kee thee waisae hee aap ko ludhiana ke dharawee mil jatee.........jab aap khatae hai keee ab aisa bhee hoo gaya hai keee...north sae majdooroo kee train jab punjab mai pauchtee hai tab kisan log...chicken aur darooo lae kar lalach detae hai ...voh to sir sirf....dhan kee khatee kae waqt hota hai.....par bakee kae saal company kae majdoor.....dihadhee (ek din ka kaam ko punjabee mai dihadee khatae hai) mai pistae rahtae hai.....aur unkae liyae koi samman aur barabree kee baat nahee hota.....police bhee in logo ko dara kar rakhtee hai....unkee koi pooch nahee hotee hai ulta police walae majae sae haath saaf kartae hai in log par....hamesha hee dutkarae jatae hai......par in sarae negative baato koo chor dae to kuch punjabee aap ko aisae bhee milaengae.....jo ab bhee is baat sae jeetae hai....yaree tae sardaree...aundee kisae kisae nu raas........
ReplyDeleteAap jab haqiqat batate hain Jo bas ek hee baat samjh aati hai , aaj Bhi shuruaat karein to 30 saal Lagenge badlaav laane main .... Dukh is baat ka hai ki 14 saal ka bachha pi raha hai ...
ReplyDeleteपंजाब अपने आस्तित्व के लिए जूझ रहा है... शब्द कड़े हैं, लेकिन सच्चे हैं| कृषिप्रधान प्रदेश पानी के नीचे जाते स्तर के लिए नहीं सोच रहा| अकाली दल हर व्यवसाय में अपने ज़बरदस्ती हिस्से डलवा रहे हैं, जो नहीं मानते वो बर्बाद हो रहे हैं.. नौजवान पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में डाल कर इस लायक छोड़ ही नहीं रहे कि वो अपने अच्छे बुरे के बारे में सोच सके| राजनेताओं एवं उनके चेलों का चरित्र सब जानते हैं... अगर पंजाब में विदेशों से पैसे ना आयें तो ये बहुत जल्दी बर्बाद हो जाए... एक पंजाबी होने नाते ये देखना एवं महसूस करना दर्दनाक है, लेकिन सच है
ReplyDeletedear ravish bhai
ReplyDeleteapp ka punjab aana hua accha laga.
aap media ki us jamat se talluk rakhte hai jo bika hua hai.
PEHLE CONGRESS KE HATH BIKE HUE THHE AB AAP PARTY KE DALAL BAN GAYE.
DON;T DIVIDE COUNTRY IN DALIT AND NON DALIT.ALL ARE EQUAL.ESS BAT PER TUM KABHI JOR NAHI DETE.
Ravish Bhaiya Pranam,
ReplyDeletePahle to bahut- bahut badhaai, award ke liye. Kaun kahta hai ki desh mein sabhi kuchh rishwat se set hota hai. Kahin kahin imaandaari bhi hai. baaki to jo hai so haiye hai.
regards
Vanshvad ki baat karne wale modi ko Punjab ka vanhvad kyo nahi dikhata jisne Punjab ko barbad kar diya
ReplyDeleteपंजाब की छवि जो मन मे थी वो आपकी रिपोर्ट देख कर बिल्कुल धवस्त हो चुकी हैं ,जिस राज्य मे 15 साल का बच्चा नशे की चपेट मे हो उस राज्य का भविष्य क्या होगा? हमारे सियासतदान वोट बैंक की राजनीति करते करते आगे आने वाली पूरी पीढ़ी का सत्यानाश कर चुके हैं पंजाब की जनता को अब जबाब मिलना चाहिए और आपकी रिपोर्ट के लिए आपको धन्यवाद रवीश जी
ReplyDeleteSIR JI huge confusion ,Punjab is in such a miserable condition and still people say it's time for MODI's sarkar.
ReplyDeleteCongress has disappointed by it's label of corruption.
AAP started well but right now seems to be distracted from it's path.
WHAT TO DO SIR JI?
WHOM TO VOTE?
Believe me opting for a career is more easier.
रवीश दा ... हम लोग क्यों छोड़ दिया। आब राखी सावंत देखना पड़ेगा हम लोगों में। हद हो गयी।
ReplyDeleteSir
ReplyDeleteYou could have conducted exhaustive debates in AC rooms yet you chose to transcend those streets which seem to be lost in oblivion..
Its a source of inspiration for us 2 do something for the people in whom the real India resides...
I feel proud to watch as well as learn from "PRIME TIME".
Best wishes
Sab jagah Congress ki corruption ki baat hai aisa lagta hai NDA ki time pe hue Scams ko bhula diya gaya hai. Mujhe aisa lagta hai ki BJP ya CONGRESS sarkar banana is liye chate hain taki satta pane ke baad scams or Gaban karke Money collect kar sake.Jo baat meri samaj main nahi aati woh yeh ki itne paise collect karke yeh karnge kya?
ReplyDeletePunjab ke baare main apne jo likha woh ek kadava sach hai. Yeh Drugs ka Nexus na jaane Punjab ko kahan le jaye ga. Kisi shyar ki liki lines yaad aati hai
Lagi nazar Punjab nu isdi nazar utaroo
Leke mirchan koodian idhe sir (head) toh vaaro.
Modi ji ki agar lehar itni prabal hai ki unka naam lekar Punjab ya dusre states main Election jitne ki baat kahi ja rahi hai toh yeh bataye ki Modi ji khud apni jeet pe confident kyun nahi. Kyun woh two seats se election contest kar rahe hai. Modi ki lehar ke bahut c pehlu hain aap better explain kar sakte hain.
Aap sab party's ki baare main apne prog main discussions karte hain lekin kabhi left parties ke baare main koi discussion nahi hota na hi kabhi unka koi leader apke discussions main participate karta hai. Kya aap unhe invite nahi karte ya pir yeh koi media ka planning hai ki sirf selected people's ke baare main baat karni hai. Agar ho sake toh pls left parties ke baare main bhi prog kije we really wanted to know about them. If its not against your channels policy
And Lastly aaj kal har political party apna manifesto jari kar rahi hai. Jo dekhne sunne main acha lagta hai. Kya aisa ho sakta hai ki har political party ke manifesto pe discussion ho one or two episode for each political party and please include left parties in that. And Most importantly each political party should try to explain how they are going to do what they have promised in their manifesto. Had they fulfilled their past promises.
Sab jagah Congress ki corruption ki baat hai aisa lagta hai NDA ki time pe hue Scams ko bhula diya gaya hai. Mujhe aisa lagta hai ki BJP ya CONGRESS sarkar banana is liye chate hain taki satta pane ke baad scams or Gaban karke Money collect kar sake.Jo baat meri samaj main nahi aati woh yeh ki itne paise collect karke yeh karnge kya?
ReplyDeletePunjab ke baare main apne jo likha woh ek kadava sach hai. Yeh Drugs ka Nexus na jaane Punjab ko kahan le jaye ga. Kisi shyar ki liki lines yaad aati hai
Lagi nazar Punjab nu isdi nazar utaroo
Leke mirchan koodian idhe sir (head) toh vaaro.
Modi ji ki agar lehar itni prabal hai ki unka naam lekar Punjab ya dusre states main Election jitne ki baat kahi ja rahi hai toh yeh bataye ki Modi ji khud apni jeet pe confident kyun nahi. Kyun woh two seats se election contest kar rahe hai. Modi ki lehar ke bahut c pehlu hain aap better explain kar sakte hain.
Aap sab party's ki baare main apne prog main discussions karte hain lekin kabhi left parties ke baare main koi discussion nahi hota na hi kabhi unka koi leader apke discussions main participate karta hai. Kya aap unhe invite nahi karte ya pir yeh koi media ka planning hai ki sirf selected people's ke baare main baat karni hai. Agar ho sake toh pls left parties ke baare main bhi prog kije we really wanted to know about them. If its not against your channels policy
And Lastly aaj kal har political party apna manifesto jari kar rahi hai. Jo dekhne sunne main acha lagta hai. Kya aisa ho sakta hai ki har political party ke manifesto pe discussion ho one or two episode for each political party and please include left parties in that. And Most importantly each political party should try to explain how they are going to do what they have promised in their manifesto. Had they fulfilled their past promises.
jinko lag rha hai k ravish ji galat likh rhe hain punjab k vaare mai...woh kabhi social sites pr punjab k youth ki awaaz sunle...aapka veham door ho jayega !!
ReplyDeleteDear Ravish,
ReplyDeleteI am a big fan of your work. It has been my absolute pleasure to follow your reporting on Primetime for the last couple of weeks. Please keep up the good work and keep fighting the loosing battle.
I hope some more journalists realize how pointless their studio debates are.
Regards,
Himanshu
all delhi peoples behaves like foreigners.they view india and its all pervasive and open to all conditions with surprise.how untrue all these reports are?ravish report from punjab is most superficial.he should be honest!
ReplyDeleteकॉंग्रेस ही पंजाब का भविष्य है, आपका रिपोर्ट टीवी पर देख कर भी ऐसा ही लग रहा था........ ऐसा ही हो !!
ReplyDeleteaapko aur kasba padhne vale sabhi pathako ko nav versh ki shubakamnaye.
ReplyDeleteप्यारे रविश सर , आप पंजाब से जुड़े एक विषय पर गौर किया ?? यहाँ के लोगों का विदेशों में पलायन| आखिर क्यों यहाँ के लोगों का मुख्य लक्ष्य विदेशो में जाना है ? इस विषय को भी जरा उठाते|
ReplyDeleteआपका
मनप्रीत सिंह
sir bhot acha lagta hai aapke prime time ka naya andaz dekh kar. kisi sheher ya gaon ki ek anoothi tasveer pesh karte hain aap. waise to mai ek student hu par mera man bhi in tasveeron li taraf rehte hai. kabhi Haryana aayie yhan ki bhi ek aisi hi tasveer ho to mujhe bhot acha lgega.
ReplyDeletekhas tor par aapko dikhana chahunga ek gaon jahan lakdi ke moti bante hai or ek taraf strawberry ke khet hai. raajneetik tor pe bhi ye gaon apni ek jaghan rakhta hai
sir mere kuch vichaar inhe padh kar jarur apne vichar btaen
ReplyDeletehttp://hearttoheartcommunity.blogspot.in/2014/04/chudi-wala.html
Punjab main abhi Dalit rajniti ka daur aana hain..Aarthik stithi behtar hone ke bawajood Dalit mukti jaise chetna abhi door ki kodi hain... Bahijan rajneeti ke liye sabse abhik sanshadhan(aarthik & manveey) yahan semil sakte hain... BSP se hatkar Congress main jaana... cadre ke abhav ko dikhata hain, cadrised BSPite ki buniyad congress ke seene per hi rakkhi jati hain...
ReplyDeleteअपने वालों ने ही लूट लिया।
ReplyDeleteRavish ji, Aapne jo punjab ki halat batai hai, usko sun ke me dukhi bhi hun aur heran bhi.
ReplyDeleteMaine aapko galat nahi keh rahi. Par ek saal pehle ka punjab aisa nahi tha jaise aap aaj bata rahe hai.
Mujhe lagta hai ki Akali dal ki sarkar ko most corrupt govt of India ka award milna chahiye.
Punjab is the only state of India where all the cities are linked by highways.. I am not sure if this project was ever completed.
https://in.news.yahoo.com/punjab-cities-highways-151540532--finance.html
Aapke kal ke ludhiana ke episode me maine pehli bar dekha ki Ludhiana me koi aisi jagah bhi hai.
ReplyDeleteI want to say one thing, why do we want everything to be done by others? Woh sab log itni gandi jagah pe rehte hai. Kya sirf govt ko blame karna kafi hai?
kyon nahi log community service karte? Agar woh log chahe to mil kar apne aas- pass ko clean rakh sakte hai. In the end, they are the one who is suffering. Why do not they take initiative to keep their area clean?
Govt kam nahi kar rahi hai, try to change that but people of India should take some responsibility on them as well. Biggest responsibility is to chose the right kind of people.
nasile padartho k sodagaro or panjab ke netao ki yari kai bar charcha me rahi hai
ReplyDeletenasile padartho k sodagaro or panjab ke netao ki yari kai bar charcha me rahi hai
ReplyDeleteYour episode on Ludhiana (my own city) was disappointing and very bad.I follow your shows regularly but this time it was so bad, what to say? At one point of time, it looked as if you are taking a journalism class and not a prime time show
ReplyDeletesach kaha ravish ji.. punjab ka bura haal hai.. main ludhiana se hu...par manish tiwari k baad lagta nahi congress kuch kar payegi ludhiana main.. hope bus kejriwal se hai..13 april ko aa to rahe hai ludhiana dekho kya hawa bana paate hai.
ReplyDelete.
sach kaha ravish ji.. punjab ka bura haal hai.. main ludhiana se hu...par manish tiwari k baad lagta nahi congress kuch kar payegi ludhiana main.. hope bus kejriwal se hai..13 april ko aa to rahe hai ludhiana dekho kya hawa bana paate hai.
ReplyDelete.
चुनाव की रोचक स्थितियाँ।
ReplyDeleteचच्च्च्च्च्च्च्च अफ़सोस सद अफ़सोस
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