दिल्ली के राम लीला मैदान के बारे में आपने सुना तो होगा ही । राजनीतिक जमावड़ों का मैदान लेकिन रविवार को इस मैदान में इतने बच्चे खेल रहे थे कि लगा कि कोई रैली हो रही है । हर टीम दूसरी टीम की हद में घुसी हुई । एक छक्का मारता है तो दूसरी टीम वाला रोक देता है । राजनीति नज़र से इस मैदान को देखते देखते अलग सी छवि बन गई है । आज देख कर लगा कि ये मैदान भी आराम फ़रमा रहा है । रविवार मना रहा है ।
Rajneeti is Cricket ka accha anusharan karti hain; apne sw jyada doosre ke khel par nazar banaye rakhiye ;kahi koi achha khiladai .
ReplyDeleteChamaparan Satyagrah pe ek chhota Blog hain, Guzarish "The other experiment of Mahatma" at atulavach.blogspot.com
Mein koi lekhak ya Journalist nahin hoon ,sukhay lekhni hai phir bhi aap kuch comment karengeto hausla afzai hogi
Kamal hai, furasat kaise mil jati hai aapko?
ReplyDeleteKamal hai, furasat kaise mil jati hai aapko?
ReplyDeleteAap kabhi aaram farmate hain ki nahi ya fir ... din bhar chaukadi hi marte hain ... kabhi saiyad sai mandir ...to kabhi raam leela ground .. vaise aap shayad aaram hi farma rahe honge tabhi to itni photos...
ReplyDeleteSadhuwad ...
Jitendra pandey
Burari, nai dilli
देश के साथ खेलने वालों के स्थान पर देश खेल रहा है।
ReplyDeleteपहली फ़ोटो में छोरे की पैंट थोड़ी खिसक गई ;)
ReplyDeleteयह भी दिखा रहा है की दिल्ली में बच्चों के लिए जगह की किस कदर कमी हो गयी है -- ऐसे घुस के भी खेलना कोई खेलना है लल्लू,
ReplyDeleteयह भी दिखा रहा है की दिल्ली में बच्चों के लिए जगह की किस कदर कमी हो गयी है -- ऐसे घुस के भी खेलना कोई खेलना है लल्लू,
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