बेहाला में कहानी देखकर लोकल में बैठ तो गए मगर हावड़ा तक दोनों के भीतर कहानी चलती रही। ट्रेन की खिड़की से तृणमूल और सीपीएम के झंडे अब भी नज़र आ रहे थे। पाब्लो ने बेला को खूब समझाया। पोलिटिकल डिफारेंस और पार्सनल डिफारेंस के बाद भी प्यार होता है। बेला ने चुप्पी तोड़ी। कब तक हम बेहाला से गड़ियाहाट का सफर तय करेंगे। मैं थक गई हूं। हावड़ा से एस्प्लानेड, वहां से गड़ियाहाट। रोज़ की तरह आज भी एस्प्लानेड पहुंच गए दोनों। ममता के काफिले के लिए रास्ते खाली हो गए थे। सायरन से सिहर कर बेलो बोली। दीदी देख लेगी पाब्लो तू भाग यहां से। ऐ बेला, आमी पाब्लो। इंटरनेशनल कबि पाब्लो नेरूदा। भूले गेछो तुमी। भय पाच्छी न। दोनों की लड़ाई तृणमूल बनाम सीपीएम में बदल गई थी।
(2)
स्मार्ट फोन पर आधी रात पाब्लो का ईमेल आ गया। बेला थरथराने लगी। पागल है। कोबी तो हुआ नहीं नेरूदा के नाम पर मरवा देगा। तृणमूल के वर्कर से दिल लगाता है और ईमेल भी करता है। रिप्लाई न आने पर पाब्लो ईमेल पर ईमेल भेजा रहा था। बेला इनबाक्स से डिलिट करती फिर डिलिट बाक्स से डिलिट करती। तभी साइबेर सेल से बिकास का फोन आने लगा। बेला कांपने लगी। साल्ट लेक के पेड़ों पर चिड़ियों ने शोर मचा दी। बेला घर से निकल भाग...ने लगी। स्मार्ट फोन बजता रहा। पाब्लो का नाम फ्लैश होने लगा। तू पागल है पाब्लो। ईमेल क्यों भेजा। तू भाग क्यों रही है बेला। मैं स्मार्ट फोन को साल्ट लेक में फेंकने जा रही हूं। ईमेल पकड़ ली गई तो। बेला...तुमी जानो न...ईमेल छोड़ कर कोई नहीं भाग सकता। ईमेल से कोई नहीं भाग सकता। तो पाब्लो तुई भाग न।
(3)
प्रियो पाब्लो,अमिनिया की बिरयानी की तरह तुम्हारी याद आती है। मैंने सियासत और इश्क़ के इम्तहान में सियासत चुन लिया है। बिरयानी की जब भी महक आती है, पाब्लो तू याद तो आता है मगर चौंतीस साल के बाम संत्रास की याद में मैं दीदी सी हो जाती हूं। बदल की पोलिटिक्स,अदल-बदल से नहीं हो सकती। पाब्लो हमारा प्यार पंजाबी ढाबा के चिकन भर्ते की तरह हो गया है। तू याद तो आता है लेकिन साइबर सेल का बिस्सास साये की तरह पीछा करता है। हम पार्टी तो नहीं बदल सकते, प्यार भी नहीं बदल सकते? मुड़ी भाजा सी हालत हो गई है मेरी। पाब्लो तू प्यार चाहता है या पार्टी। मैं तुझसे नहीं खुद से पूछ रही हूं। क्या चाहती हूं? प्यार या पार्टी?
ha ha ha !!!!
ReplyDeletewah kya love story hai....
mamata ne padh li to jail ho jayegi...
oh nahi nahi apko nahi un dono premi ko...
"Kasba" is a Place near Gariahat, where I stay.
ReplyDeleteAaj aap ke show main suna CPIM aur TMC sansad main saath chaay pineko bhi raaji nahin:)Siddhant pahla ya Inasaniyat?yahan bhi love story dekh paana is quite creative:) like a rose for a gun:)
ReplyDeleteपाब्लो को ये बेला न... पागल बना देगी। चेग्वेरा को भेजना पड़ेगा अब वहां... तभी कुछ हो सकेगा... पगली समझती ही नहीं कि सियासत से ज्यादा प्यार जरूरी होता है....
ReplyDeletebahut hi ultimate love story hai....
ReplyDeleteaap kya linguist hai, bangla b jante hai.. bahut khoob.
क्या हम वाकई २१वीं शताब्दी में जी रहे हैं? ममता जैसे लोगों का यहां क्या काम?
ReplyDeleteBahoot pyara love story. Didi ko kuch samajh nahi aa raha hai. 2014 tak samajh aa jayega. Do you understand.
ReplyDeleteBrilliant stuff!
ReplyDeleteGurgaonflowerplaza.com