कहने का मन करता है...
कितना कड़वा सच !!
सच बयानी है।
रवीशभैया....महाकाल है महाकालपाक देश का आपातकालनिपट ही जाए अपने कृत्यों सेतो मिट जाए जी का जंजाल
छल कबड्डी ताल ताल मुशरफी मूंछे लाल लाल राजनीति का अंतिम जाल अपात्काल आपात्कालबुरे हो रहे हाल हाल खूब बज रहे गाल गाल बचा पाक है बाल बाल आपात्काल आपातकाल http://bhaarateeyam.blogspot.comhttp://brijgokulam.blogspot.com
उल्लेखनीये यह है की आपातकाल के कारण में न्यायिक दखल को बताया गया है. और आपातकाल के साथ चीफ जस्टिस को बदल दिया गया. मालूम नहीं मुशर्रफ़ की और क्या मंशा है आपने देशवासियों के दमन के लिए.
एक पंक्ति और अरविंद जीआप तो पहुंचे हुए कवि हैं। बहुत अच्छा लिखा है।
मुशर्रफ़ पर आया महाकालआपातकाल आपातकालरचना में दम है...लेकिन रवीश जी आपको इसे थोडी और लम्बी नहीं लिखनी चाहिए थी?
aapake Nai Sadak par NUSRAT jee ka GAZAL suna aur Pakistaan par apakee Kavita :)
ravishji bilkul yahi hai pakistan ki haqiqat..
कमोबेस स्थितियां अपने यहाँ भी बहुत अलग नहीं है।
अच्छी कविता है भाई ...
कितना कड़वा सच !!
ReplyDeleteसच बयानी है।
ReplyDeleteसच बयानी है।
ReplyDeleteसच बयानी है।
ReplyDeleteरवीशभैया....
ReplyDeleteमहाकाल है महाकाल
पाक देश का आपातकाल
निपट ही जाए अपने कृत्यों से
तो मिट जाए जी का जंजाल
छल कबड्डी ताल ताल
ReplyDeleteमुशरफी मूंछे लाल लाल
राजनीति का अंतिम जाल
अपात्काल आपात्काल
बुरे हो रहे हाल हाल
खूब बज रहे गाल गाल
बचा पाक है बाल बाल
आपात्काल आपातकाल
http://bhaarateeyam.blogspot.com
http://brijgokulam.blogspot.com
उल्लेखनीये यह है की आपातकाल के कारण में न्यायिक दखल को बताया गया है. और आपातकाल के साथ चीफ जस्टिस को बदल दिया गया. मालूम नहीं मुशर्रफ़ की और क्या मंशा है आपने देशवासियों के दमन के लिए.
ReplyDeleteएक पंक्ति और अरविंद जी
ReplyDeleteआप तो पहुंचे हुए कवि हैं। बहुत अच्छा लिखा है।
मुशर्रफ़ पर आया महाकाल
ReplyDeleteआपातकाल आपातकाल
रचना में दम है...लेकिन रवीश जी आपको इसे थोडी और लम्बी नहीं लिखनी चाहिए थी?
aapake Nai Sadak par NUSRAT jee ka GAZAL suna aur Pakistaan par apakee Kavita :)
ReplyDeleteravishji bilkul yahi hai pakistan ki haqiqat..
ReplyDeleteकमोबेस स्थितियां अपने यहाँ भी बहुत अलग नहीं है।
ReplyDeleteअच्छी कविता है भाई ...
ReplyDelete