आधुनिक रसोई

माइक्रोवेव की हल्की गर्मी में तप रही थी रोटी
हमने भी गांव के चूल्हे को अलविदा कह दिया
रसोई की कब्र पर बने मेरे किचन में आना तुम
हमने भी मां के भाजी,भर्ते को अलविदा कह दिया
अपार्टमेंट में रहने वाले दिल्ली के आधुनिक लोग है हम
किसी औरत की झुकी कमर को किचन से विदा कर दिया
अब हमारे किचन में पकता नहीं है खाना यारो
यारो की पार्टी में हमने उनका खाना गरम कर दिया
हमने भी गांव के चूल्हे को अलविदा कह दिया
रवीश कुमार

No comments:

Post a Comment