मुझे पता नहीं था आप वीज़ा का भी काम देखते हैं । वर्ना कब का कहता कि मोदी जी का छोड़ो मेरा लगवा दो जी । मोदी जी वैसे भी प्रधानमंत्री बनने के लिए अगले मई जून तक भारत में बिज़ी हैं । अब उनके पास टाइम ना है जी । वीज़ा का टाइम लैप्स हो जाएगा । आपको पता है कि राजनाथ जी भी आपके उधर जाकर हिन्दी में वीज़ा मांग रहे हैं ।ऐसी ख़बर छपी है ( राजनाथ ने खंडन किया है ) वैसे मोदी कभी कुछ मांगते नहीं हैं । पद न सत्ता । सिर्फ सेवा देना चाहते हैं । पता नहीं वे वीज़ा क्यों मंगवा रहे हैं । आपने जो काम किया है वही अगर पाकिस्तान ने किया होता तो हमारे मोदी जी उनके राष्ट्रपति से लेकर मेयर तक की इतनी ज़ुबानी धुनाई करते कि पाकिस्तान में रेडियोवेव और ब्रांडबैंड बंद करना पड़ जाता । पाकिस्तान और रेगिस्तान का इतना जुमला बनाते हैं कि पूछो मत । वो भी तब जब पाकिस्तान ने मोदी जी की वीजा पर रोक नहीं लगाई है । ओबामा जी हमारे मोदी जी ने आपके किसी बंदे की आलोचना नहीं करी है । एक बार भी आपको या आपके किसी सांसद को वीजा न देने पर नहीं धमकाया है । आप भारत में अमरीकी दूतावास से चेक कर लो जी । मोदी जी या नेट पर उनके कुछ समर्थकों की 'गाली सेना'(Abuse Army) ने ट्विटर पर एक गाली तक नहीं दी है । क्या मोदी जी ने इक वार भी तैश में बोला कि वीजा नहीं चाहिंदा । नेभर जी नेभर । मोदी जी ने एक बार भी नहीं कहा कि वीजा न देना छह करोड़ गुजरातियों का अपमान है । मेरे गुजरातियों भारत आ जाओ । ओबामा जी, गांधी जी होते न आपकी एक ही अनशन में हालत खराब कर देते । मोदी जी सदभावना मिशन वाले हैं अनशन वाले नहीं । वीज़ा मांग रहे हैं करेक्टर सर्टिफिकेट नई जी । क्या अमरीका के प्रति इतने आदरशील और सहनशील मोदी जी को वीज़ा नहीं दोगे । ना ओबामा जी ना । ऐसा न करना । वीज़ा लगवा दो मोदी जी की । कोई पूछे तो मेरा नाम ले लेना । आप डरो नहीं । मोदी जी आपका वीज़ा लेकर सिलिकन वैली में नौकरी थोड़ो न करेंगे । अरे स्टैच्यू आफ़ लिबर्टी देखेंगे । वो स्टैच्यू आफ़ लिबर्टी को इतना मिस करते हैं कि वैसी और उससे भी ऊँची मूर्ति बना रहे हैं । सरदार पटेल जी की । कल को अमदावाद में पेंटागन की जगह हेक्सागन बनवा दिया न समझना ।
देखो जी एक बात साफ़ साफ़ भी कह दूँ । जी आप दुनिया के मालिक हो । पता है न ये लोग इंडिया को सुपर पावर बनाना चाहते हैं । मतलब समझो । ये हालत कर देंगे कि आपके यहाँ की हिलेरी से लेकर बिदेन तक भारत घूमने आयेंगे और कहेंगे एक्स सुपर पावर के एक्स प्रेसिडेंट को वीज़ा दो, वीज़ा दो । राजनाथ जी को मामूली मत समझ लेना । भारत के सुपर पावर होते ही आपको इनसे विनती करनी पड़ेगी । अच्छा लगता है क्या जी । जो भी यहां से जाता है मोदी जी के लिए वीजा मांगता है । सारा अरब आपको फ़सादी कहता है आपकी किसी ने वीज़ा रोकी ? जापान में बम किसने गिराया था । जापान ने आपकी वीज़ा रोकी ? आपके सांसद गुजरात जाते हैं । मिलते हैं । आपने उनको मना किया कि मोदी जी से मत मिलना हमने इनकी वीज़ा रोक रखी है । मेरी बात मानो तो उन साठ सांसदों की वीज़ा रोक दो । जो मोदी जी की वीजा नहीं चाहते । ओबामा जी ये आपकी भी प्रैस्टीज का सवाल है । देखो जी ठीक गल दस्सो । गुजरात के एम एल ए, मंत्री, सिपाही, अफ़सर, लोग सब वीज़ा लेकर अमरीका घूम रहे हैं । मोदी जी जायेंगे तो आपका और नाम होगा । खूब सारे रीट्विट होंगे । मोदी जी अमरीका को चाहते हैं । आपने कई साल वीज़ा नहीं दिया उन्होंने बर्दाश्त किया कि नहीं । समझो बात को । भारत को सुपर पावर बनाने से पहले मोदी जी अमरीका का वीज़ा माँगा करते थे । ये हिस्ट्री लिखवाना चाहते हो जी । मत करो । अमरीका वीज़ा देने वाला एक महान देश है । पता नहीं मोदी जी को पहली बार अमरीका जाने की ललक है या कभी जा भी चुके हैं । कितना सर्च करूँ जी । लो जी ये क्या सुन रहा हूँ । मोदी वीज़ा के लिए अप्लाई करेंगे तो विचार करेंगे । अच्छा जी । वीज़ा के लिए अप्लाई नहीं किया मोदी जी ने । लो कल्लो बात । फारम तो भर पहले भाई ।
आपका,
ग़ैर ल्युटियन पत्रकार
रवीश कुमार
He he he he.......
ReplyDeleteon this issue sir , MPs who wrote latter of such type likely to start new and bad tradition...it's finally affect the all :(
ReplyDeleteand yes...
ReplyDeletesir you forgot to write this at bottom :-
आपका,
ग़ैर ल्युटियन पत्रकार ,
रवीश कुमार
:D
सर ,बधाई हो आपको रामनाथ गोयनका अवार्ड जो मिला है अच्छी पत्रकारिता के लिए बड़ा अच्छा लगा ट्विटर पर होते तो दो शब्द बतिया ही लेते
ReplyDeleteहाल ही में उत्खनन के दौरान पुरातत्वविदों को एक ऐसा चिंदी टाईप मुड़ा-तुड़ा कागज मिला है जिसके बारे में इतिहासकारों का मानना है कि यह ढेर सारे सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित "प्रेयरपत्र" है जिसमें प्रार्थना की गई थी कि कृपया फलाने को वीजा न दें। इससे पता चलता है कि फलाने की इतने सारे ढेकानों से ज्यादा पटती नहीं थी और वो ढेर सारे ढेकाने लोग फलाने को ठिकाने लगाने में लगे रहते थे।
ReplyDeleteवहीं इतिहासकारों के दूसरे धड़े का मानना है कि फलाने के लिये वीजा मांगने सयाने गये थे लेकिन काम हुआ नहीं। क्यों नहीं काम बना इस पर इतिहासकार टिप्पणी करने से बचते हैं क्योंकि वे आशंकित हैं कि सच बात बताने पर खामखां गाली-गुफ्तार सुनना पड़ सकता है।
वहीं इस विषय पर पीएचडी करने वाले छात्रों का मानना है कि ओबामा के पास एक पिल्ला है जिसकी कोमल भावनाओं की कद्र करते हुए वीजा नकार दिया गया।
( ईसवी सन् 6020 की इतिहास की उत्तर पुस्तिका के अंश :-)
* कृपया - ओबामा के पास एक पिल्ला "है" कि जगह "था" पढ़ें :-)
ReplyDeleteRavishji, agar aap gair lutian patrakar ke sath hi agar gair rajnitik bhi likhane lage to accha lagega
ReplyDeletenice. Ravish ji, watching u on prime time and with 'Hum Log' is always a learning experience. Ur recent Prime Time on Nationalism with A k Dubay and RSS man was encyclopedic in format and presentation.
ReplyDeletePawan Gulati(Kotkapura)
इतने बड़े राष्ट्र की हवा एक वीज़ा के आवेदन से निकालने का प्रयास करने में लगे लोग। अब पंच और न्यायालय भी आयातित। जय हो, देश हमारे।
ReplyDeletein 60 sansadon ki sadsyta khatam karne ke bare me aapka kya vichar he, aaj inki giri hui harkat ne pure desh ka sir sharm se jhuka diya he ...
ReplyDeleteHa ha ha Ravish ji ye to High school ke Board Ki pariksha ka Farm to bharbe hi nahi kiye hai to kahe Result ke liye itna source pani laga rahe hai. Are Farm bharege tab na Pariksha dijiyega aur result niklega. tatparya ye hai ki pahle visa apply to kariye. Aur kahe itna pareshan hai America jane ke liye Obama ji ki team vote dene india aa rahi hai kya ?
ReplyDeleteJinhone ne sab sansado ke sign karake jo letter bejha he ravish ji unko aapke Prime time par dekha tha agli baar aaye to thodi class ho jaye unki bhi Ki Bharat Sarkar ya ye kahiye ki Humare Desh ka Head Quarter Humare desh me hi hai America Me kab se ho gaya jo chitthi voha bhej diye Kahi Obama ko bhi to Ticket nahi mil gaya India se chunav larne ka.
ReplyDeleteसर आपकी इज़ाज़त हो तो किया हम इसके लिंक को फेसबुक पर शेयर कर ले । हमारे दोस्त भी पेट पकड़ कर हंस लेंगे । आपको अवार्ड की बहुत बहुत बधाई ।
ReplyDeleteवाह ’गैर ल्युटियन पत्रकार जी’, भई वाह!!
ReplyDeleteSir apko award ki badhai
ReplyDeleteSir me 3 state me kam karta hu par modi g jaisa manegment nahi dekha aap unki acchai bhi dekhiye
ReplyDeletePseudo secularism ka chashma utarenge tab na kuchh achchha dekh payenge.
Deleteअवार्ड की बहुत बहुत बधाई ।
ReplyDeleteमस्त लिखते हैं आप भी.. :)
ReplyDeleteThis is the best on Modi. Another one which I like (on Arnab Goswami) is http://www.newslaundry.com/2012/06/an-ode-to-arnab-goswami/.
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