हा हा हा ! बहुत दिलचस्प फोटो लगाये हैं । सब अपने आप में एक कहानी कह रहे हैं । आपको भी फोटोग्राफी का शौक है । इसलिए कहूँगा कि एक बार हमारे ब्लॉग चित्रकथा पर भी झांकिए --वहां व्यंग तो नहीं , लेकिन कुछ मनोरम दृश्य अवश्य देखने को मिलेंगे । कल आपका पहलवानों वाला प्रोग्राम देखा । बहुत बढ़िया लगा , एक दम अन्दर की बातें दिखाई । आभार ।
कह और दिखा तो सकते हैं... सुधार कितना सकते हैं... कुछ ऐसा ईजाद क्यों नहीं करते कि मीडिया के प्रति लोगों की सोच बदले और नाकारात्मक से साकारात्मक की और ख़ुद-ब-ख़ुद जनता आना शुरू कर दे... गुस्ताख़ी माफ़ हो सर.....
हा हा हा ! बहुत दिलचस्प फोटो लगाये हैं ।
ReplyDeleteसब अपने आप में एक कहानी कह रहे हैं ।
आपको भी फोटोग्राफी का शौक है । इसलिए कहूँगा कि एक बार हमारे ब्लॉग चित्रकथा पर भी झांकिए --वहां व्यंग तो नहीं , लेकिन कुछ मनोरम दृश्य अवश्य देखने को मिलेंगे ।
कल आपका पहलवानों वाला प्रोग्राम देखा । बहुत बढ़िया लगा , एक दम अन्दर की बातें दिखाई । आभार ।
रोचक।
ReplyDeletesahi pics hain
ReplyDeleteभई वह रवीश जी , सारे फोटो अपने आप में एक से बढ़कर एक है, अच्छे लगे
ReplyDeletehttp://oshotheone.blogspot.com/
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ReplyDeleteबहुत उम्दा! पर ये कौन सा प्रेस वाला है जो राजीव गाँधी का फोटू कार के ऊपर रखके घूम रहा है? कुछ समझ में नहीं आ रहा? कृपया स्पष्ट करें..
ReplyDeleteदादा ...........
ReplyDeleteउपर के दो चित्र ह्रदय में उठा-पटक कर देते हैं...........
सलाम....... ये भारत भाग्य विधाता.....
भारत के भाग्य विधाताओं को तो आपके पहलवानों वाले प्रोग्राम पर देखा, बहुत पसंद आया।
ReplyDeleteकह और दिखा तो सकते हैं... सुधार कितना सकते हैं... कुछ ऐसा ईजाद क्यों नहीं करते कि मीडिया के प्रति लोगों की सोच बदले और नाकारात्मक से साकारात्मक की और ख़ुद-ब-ख़ुद जनता आना शुरू कर दे... गुस्ताख़ी माफ़ हो सर.....
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ReplyDeleteदुर्भाग्य है कि भारत के भाग्य को इन्हीं नेताओं से संतोष करना पड़ रहा है
ReplyDeleteसर अच्छी तस्वीर लगाया है आपने, हर तस्वीर देश की हकीकत बयां कर रही है
ReplyDeleteinteresting
ReplyDeleteऑटो वाला सबसे मजेदार था :)
ReplyDeleteअपने दुश्मनों को ऐसे ही सीख दी जा सकती है!!
'६२ में नेहरु (जवाहर लाल) ने एक भाषण के दौरान कहा कि उनके पास गाँव वाले आये और बोले "भारत माता कि जय!" तो उन्होंने उनसे पूछा कि यह भारत माता कौन है?
ReplyDeleteऔर फिर उन्हें बताया कि वे सब भारत माता हैं!
रवीश भाई,
ReplyDeleteबातें करते हुए चित्र हैं...
शायद पहली मर्तबा आना हुआ है... सार्थक हुआ!
आशीष
--
बैचलर पोहा!!!
शानदार तस्वीरों के बीच मेरी भी बधाई स्वीकार करें। उम्दा..
ReplyDelete"फटा सुथना पहने जिनके गुन हरचरना गाता है" ... वही हैं न ये ?
ReplyDeleteखूब।
ReplyDeleteAll are good but undoubtedly the 'Auto' is the best.
ReplyDeleteBAHUT BADIYA PHOTO HAI RAVISH JI
ReplyDeleteravish ji sundey aapko shopprix mall par dekha bahut khushi hue aapki har report dil ko touch karti hai
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