tag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post40124998194606047..comments2024-03-22T11:14:13.300+05:00Comments on कस्बा qasba: जनार्दन द्विवेदी की जाल में मोदी !ravish kumarhttp://www.blogger.com/profile/04814587957935118030noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-34833954409714094022014-02-09T18:54:25.916+05:002014-02-09T18:54:25.916+05:00Nice blog sir jiNice blog sir jiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06205913585367879253noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-60762589941716469132014-02-09T18:25:26.647+05:002014-02-09T18:25:26.647+05:00आरक्षण ने दलितों और पिछडो को समानता का एहसास दिलाय...आरक्षण ने दलितों और पिछडो को समानता का एहसास दिलाया ,जिन लोगो ने जाति के डंस को नहीं झेला है वो इस बदलाव को समझ नहीं सकते... prof. vivek kumar ni bilkul sahi taraf isara kiya hai..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00024794176107907292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-48281503070849290152014-02-09T18:24:05.989+05:002014-02-09T18:24:05.989+05:00This comment has been removed by the author.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00024794176107907292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-74374574825995863012014-02-09T01:04:16.540+05:002014-02-09T01:04:16.540+05:00aap patrakaron congress ki koyi BHI chaal master s...aap patrakaron congress ki koyi BHI chaal master stroke lagati hai.Delhi men AAP suportko bhi master strok bataya gaya tha, uska kya hashra to dekh hi rahe hain.Sonia ne is master srok doosre din hawa nikal di.rajenhttps://www.blogger.com/profile/06649570334282344009noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-83792545500282552052014-02-09T00:28:58.705+05:002014-02-09T00:28:58.705+05:00Diwedi ji to bade khiladi nikle .... ham jaise abo...Diwedi ji to bade khiladi nikle .... ham jaise abodhon ko gyan dene ke liye shukriya.jitendra pandeyhttps://www.blogger.com/profile/09046909001018852622noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-42904632507715747122014-02-07T22:35:47.390+05:002014-02-07T22:35:47.390+05:00@manas "Reservation" is the only reason ...@manas "Reservation" is the only reason behind discrimination against dalits. Agar dalits apne dum pe kuch banke dikhyaien tohi unki respect karenge. <br />Agar koi dalit achi post ke liye bhi select jo jaye bat koi unki respect nahi karta chahe usne kitna bhi har work kiya ho.<br /><br />Saamnae chahe unko sab salaam thokte hon lekin piche se sab gaalian hi dete hai kyoki sabko pta hota hai ek deserving candidate ko paer ke niche kuchalkar usne job li hai.Rajat Jaggihttps://www.blogger.com/profile/02061602114606540641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-62263538134188787772014-02-07T20:26:33.386+05:002014-02-07T20:26:33.386+05:00some people says "no need of caste based rese...some people says "no need of caste based reservation". How many of them can say honestly that 'they never differentiate dalits'. My observation - Not in villages only, even in cities equality is not maintained even with our DALIT and Non-DALIT neighbours. Manashttps://www.blogger.com/profile/17380910028592818968noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-89129072301367539952014-02-07T16:12:41.789+05:002014-02-07T16:12:41.789+05:00इस समय की राजनीति शतरंज के मिडिल गेम सी हो गयी है ...इस समय की राजनीति शतरंज के मिडिल गेम सी हो गयी है जिसमें हर चाल का निहितार्थ अपनी स्थिति तनिक और सुदृढ़ करना होता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-79253979707185949022014-02-07T13:41:47.248+05:002014-02-07T13:41:47.248+05:00फिर क्यों रोते हैं की देश का भला नहीं हो रहा है वि...फिर क्यों रोते हैं की देश का भला नहीं हो रहा है विकास नहीं हो रहा है | अब यह बतायिए की अगर किसान बीज बोने में भी आरक्षण अपना जाये तो क्या उसकी फसल उतनी अच्छी हो पायेगी | ठीक है अवसर की कमी है पर क्या आप इसके लिए अलग से व्यवस्था कर दीजिये न | सच तो यह है ही की कुछ जातियों में शिक्षा का अभाव बहुत वर्षो तक रहा है और आज भी पूरी तरह से शिक्षा नहीं मिल रही है रिपोर्ट भी तो आई थी कुछ दिन पहले | अब अगर आरक्षण रखना ही है तो देश को पूरी तरह तबाह कर दो और कर दो आरक्षण इलेक्शन में भी की भाई इसके इतने वोट आयेंगे तो इसे प्राथमिकता दी जाएगी और यह पार्टी अब तक सत्ता में नहीं आयी है इसलिए इसे शोषित मान कर इसे प्राथमिकता देते है Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07155424698557501239noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-79182730330948986342014-02-07T07:49:09.640+05:002014-02-07T07:49:09.640+05:00This comment has been removed by the author.amritahttps://www.blogger.com/profile/03479747966721022341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-22710279062863762772014-02-07T07:46:57.132+05:002014-02-07T07:46:57.132+05:00aarakshan pe hone wale politics ko aapne bahut hi ...aarakshan pe hone wale politics ko aapne bahut hi badhiya likha hai.amritahttps://www.blogger.com/profile/03479747966721022341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-90462614851151624812014-02-07T00:55:16.621+05:002014-02-07T00:55:16.621+05:00जितने भी लोग जातीए आरक्षण के खिलाफ हैं वो सब जातीय...जितने भी लोग जातीए आरक्षण के खिलाफ हैं वो सब जातीय आरक्षण जैसे, शादी, मंदिर और अपनी विरासत जिसमें जमीन और व्यापार शामिल हैं वो छोड़े क्योंकि उनके बाप-दादाओं ने जातीए आधार शोषण का फायदा उठाकर मोटा माल कमाया है... जो लोग आज तक जातीय उपनाम जैसे शर्मा जी, वर्मा जी, द्विवेदी, त्रिवेदी आदी आदी नहीं छोड़ पाए वो दूसरों को संविधान से मिला अधिकार छोड़ने की बात कह रहे हैं... अगर उनको गरीब सवर्णों की इतनी चिंता है तो फिर ये क्यों नहीं तय कर लेते कि जिस सवर्ण परिवार ने एक बार मोटा माल सरकारी नौकरी में कमा लिया है उस परिवार को कोई दोबारा नौकरी नहीं करेगा... वैसे भी आरक्षण के खिलाफ वहीं लोग हैं जो अपने ही जाति वालों से पिछड़ जाते हैं... 50 सीट जनरल कैटेगरी में है तो उसी में फाइट करो ना भाई... आप तो अपनों से पिछड़ जाते हैं.... Shambhu kumarhttps://www.blogger.com/profile/13570601825632015400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-47845646828983371352014-02-06T23:36:59.525+05:002014-02-06T23:36:59.525+05:00आरक्षण से जुड़े बहुत से सवाल घुमड़ते रहते हैं :
1....आरक्षण से जुड़े बहुत से सवाल घुमड़ते रहते हैं :<br />1.क्या पुरे वर्ग विशेष को आरक्षण दिया जाना उचित है , जबकि आरक्षण की मंशा पिछड़ों को बढाने की है तो आरक्षण वर्ग विशेष के सामाजिक , आर्थिक रूप से विकसित लोगों को क्यों ? <br />२-जब आरक्षण का मतलब सामाजिक न्याय बताया जा रहा है तब एक सामाजिक ,आर्थिक रूप से विकसित वर्ग में भी पिछड़े लोग होंगे तो उन्हें आरक्षण क्यों नहीं ? <br />३- क्या आरक्षण का मतलब किसी वर्ग विशेष , समुदाय विशेष ,या व्यक्ति विशेष को जबरदस्ती आगे बढ़ाना है , चाहे योग्यता हो या न हो ? <br />4-आरक्षण का मतलब यदि व्यक्ति, समुदाय ,वर्ग विशेष को आत्मनिर्भर बनाना है तो फिर आरक्षण जन्म जात क्यों ? <br />5-एक समृद्ध व्यापारी , बड़े नेता , आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति ने आरक्षण का उपयोग किया तो फिर उनके पालितों को आरक्षण क्यों ? <br />6-आज आरक्षण लागू होने के 65 साल बाद केवल एक वर्ग को आरक्षण क्यों , गरीब व्यक्ति को आरक्षण क्यों नहीं ? <br />7 -जनसंख्या के आधार पर कोटा मांगना क्या जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा नहीं देता ? क्या वर्ग विशेष नहीं सोचता किजीतनी जनसंख्या हमारी होगी , हमारी गलत बात भी उतनी मानी जायेगी ? <br />8-आरक्षण की एक समय सीमा निर्धारित है तो आखिर क्या कारण है कि उस समय सीमा को बार बार क्यों बढाया बढाया जा रहा है ? क्या यह सरकारी नीतियों की विफलता के कारण हो रहा है ? यदि नहीं तो क्या यह राजनीति से प्रेरित नहीं है ? <br />9 -जब पुलिस की भर्ती में आरक्षण है तो सेना , अर्धसैनिक बलों की भर्ती में आरक्षण क्यों नहीं ? क्या सेना कमजोर हो जायेगी ?यदि हाँ तो फिर देश को क्यों कमजोर किया जा रहा है , आरक्षण से ? <br />10 – यदि आरक्षण का मतलब सामाजिक न्याय दिलाना है तो फिर वर्ग विशेष न होकर एक स्तर के व्यक्ति होने चाहिए , क्या यह उचित नहीं होगा ?<br />11 -अल्पमत की सरकार का निर्णय पुरे देश पर जबरदस्ती थोपा जाय , क्या इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस जरुरी नहीं है ? <br />12 – क्या इस आरक्षण नीति से एक समुदाय विशेष में सुविधा भोगी एक ख़ास वर्ग पैदा नहीं हो गया है जो आरक्षण का उपभोग कर रहा है और जरुरत मंदों को आरक्षण सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है ? <br />13 – क्या सरकार अपनी आरक्षण नीति से सभी सुविधा भोगी समुदायों में पुराने जमींदारों की तरह एक सशक्त वर्ग नहीं पैदा कर रही है जो उस वर्ग में प्रभाव बनाए तथा कमजोरों पर शासन करे और सुविधा का उपयोग करे ? <br />14 -क्या सरकार की नीति से समाज की कमजोर इकाई लाभान्वित हो रही है या उस वर्ग की समृद्ध इकाई ही उसका लाभ ले रही है ? <br />15 – जब एक निबल परिवार रोजी रोटी के प्रयास में ही लीन रहेगा तो उस वर्ग के समृद्ध लोग आरक्षण का लाभ ले लेगें वह इकाई तो और भी गरीब होती जायेगी , क्या यह उचित है ? <br />16 – आरक्षण गरीब को और गरीब बनाने की योजना की एक सोची समझी रणनीति है . गरीब इकाई के पालितों को आत्मनिर्भर होने के लिए पढ़ने -लिखने , खाने -पीने की सभी सुविधाएं सरकार क्यों नहीं देती ताकि वे किसी भी प्रतियोगिता में सफल हो सकें . उन्हें केवल सुविधा भोगी न बनावे , क्या यह उचित नहीं होगा ? <br />17 – वर्ग विद्वेष को न भड़काया जाय , समाज को टुकड़ों में न बांटा जाय . देश को एक करने के लिए आरक्षण पढ़ाई -लिखाई , खाने -पीने एवं अन्य सुविधाओं में दिया जाय , फिर खुली प्रतियोगिता के लिए उन्हें छोड़ दिया जाय , क्या यह उचित नहीं होगा ? <br />18 – क्या देश हित के इस मामले को प्रेस ने ठीक ढंग से उठाया है ? यदि नहीं तो प्रेस डर क्यों रहा है ? <br />19 – क्यों आरक्षण सुविधा पाए लोग सता संचालक वर्ग में शामिल होकर पुनः आरक्षण सुविधा का लाभ ले रहे हैं ?यह आरक्षण चाहने वाले गरीब लोगों के साथ अन्याय नहीं है क्या ? <br />20 – गरीब की जाति कौन सी होती है ? दो जून की रोटी या कुछ और ? <br />21 – विश्व के किस भाग में जाति आधारित आरक्षण है ?भारत में इतने दिनों तक क्यों ? <br />22 – क्या सरकार समुदाय विशेष में हीन भावना उत्पन्न नहीं कर रही है ? <br />23 – पुनः और पुनः आरक्षण सुविधा का लाभ एक समुदाय विशेष में क्या एक वर्ग नहीं ले रहा है ? <br />24 – क्या आरक्षण सुविधा पाए व्यक्ति की अपने समुदाय के प्रति जिम्मेदारी नहीं है ? यदि वे आरक्षण सुविधा का लाभ कई बार ले चुके हैं तो क्या वह उस समुदाय के प्रति गद्दारी नहीं है ? <br />25 – आरक्षण सुविधा पाए संवर्ग के वेतन का 30%कटौती कर क्यों नहीं एक फंड बनाया जाता जो गरीबों के हित में खर्च हो , क्या यह उचित नहीं होगा ? <br />26 -आरक्षण कितनी बार दिया जाना न्यायोचित है ? पढ़ाई के समय , प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के समय ,प्रतियोगी परीक्षा में चयन के समय . अब प्रमोशन में भी आरक्षण . क्या यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के अनुकूल है ?अथवा केवल वोट की राजनीति की जा रही है ? <br />27 क्या प्रमोशन के हर चरण में आरक्षण दिया जाना उचित है ?........ <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07686316435627525378noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-30806124850595163462014-02-06T23:14:32.960+05:002014-02-06T23:14:32.960+05:00रवीश जी ,
में एक बात कहना चाहूँगा की कुछ भी हो जात...रवीश जी ,<br />में एक बात कहना चाहूँगा की कुछ भी हो जातीगत राजनीति ने देश का बुरा ही किया हैं ,उत्तर प्रदेश इसका जीता जागता उदहारण हैं ,इस राज्य में यह साफ़ होना आवश्यक हैं की आप किस जाति के लिए वोट मांग रहें हैं ,आज तक जितने भी स्लोगन भी लांच किये गये हैं राजनितिक समुदाय के द्वारा सब किसी न किसी राजनीति को प्रदर्शित करतें हैं ,गरीबी अगर वेरिएबल हैं तो जैसे पे कमीशन आतें और महगाई को मद्देनज़र रखतें हुए सैलरी तय करतें वैसे ही हर दस साल में आरक्षण पे भी कमीशन आ सकता हैं ,<br />निशानियों ने ही इस देश में जो आपसी क्लेश और जातिगत राजनीति प्रारंभ की हैं वो निराशापूर्ण हैं इसको बंद हो जाना चाहिए |Likh ke lenge...https://www.blogger.com/profile/10462188220001849816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-87548622419426795152014-02-06T23:13:28.251+05:002014-02-06T23:13:28.251+05:00रवीश जी ,
में एक बात कहना चाहूँगा की कुछ भी हो जात...रवीश जी ,<br />में एक बात कहना चाहूँगा की कुछ भी हो जातीगत राजनीति ने देश का बुरा ही किया हैं ,उत्तर प्रदेश इसका जीता जागता उदहारण हैं ,इस राज्य में यह साफ़ होना आवश्यक हैं की आप किस जाति के लिए वोट मांग रहें हैं ,आज तक जितने भी स्लोगन भी लांच किये गये हैं राजनितिक समुदाय के द्वारा सब किसी न किसी राजनीति को प्रदर्शित करतें हैं ,गरीबी अगर वेरिएबल हैं तो जैसे पे कमीशन आतें और महगाई को मद्देनज़र रखतें हुए सैलरी तय करतें वैसे ही हर दस साल में आरक्षण पे भी कमीशन आ सकता हैं ,<br />निशानियों ने ही इस देश में जो आपसी क्लेश और जातिगत राजनीति प्रारंभ की हैं वो निराशापूर्ण हैं इसको बंद हो जाना चाहिए |Likh ke lenge...https://www.blogger.com/profile/10462188220001849816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-5144305229491370182014-02-06T23:02:15.156+05:002014-02-06T23:02:15.156+05:00jis dalit ko sach mein reservation ki zarurat hai ...jis dalit ko sach mein reservation ki zarurat hai unn becharo ko toh pta bhi nahi ki unke liye reserve seats hai har jagah.<br /><br />Asli malaai toh woh log kha rahe hai jo roz raat mein kaju-badam wala dudh peetey hai.Rajat Jaggihttps://www.blogger.com/profile/02061602114606540641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-8082553778155542842014-02-06T22:58:51.898+05:002014-02-06T22:58:51.898+05:00Kya pichle 60 saal ki reservation se sach mein Dal...Kya pichle 60 saal ki reservation se sach mein Daliton ko faida hua hai?<br /><br /><br />Reservation ki vajah se hi unke sath aur jyada discrimination hoti hai. <br /><br />Chahe wo unki kitni bhi badi post pe Promotion ho jaye but piche se sab unhe gaalian hi dete hai. <br /><br />Job mein reservation ki jagah unko sirf school mein reservation milna chahie taaki unko khud apni mehnat ke dum pe job mile taki baki logon ke sath sath woh khud ki nazron mein uth sakein.Rajat Jaggihttps://www.blogger.com/profile/02061602114606540641noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-60866708682059764802014-02-06T22:44:14.043+05:002014-02-06T22:44:14.043+05:00रविश जी सरकारी नौकर के लिया इतनी मारा मरी क्यों ह...रविश जी सरकारी नौकर के लिया इतनी मारा मरी क्यों है,नौकरी तो प्राइवेट भी होती है जिएसे मेरी और आपकी किया ये सब ऊपर की कमीई के लिया तो नहीं .<br />विकास चौधरी <br />अलीगढ vikas chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01501024586253038828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-70320454895308798672014-02-06T22:15:05.335+05:002014-02-06T22:15:05.335+05:00रविश भाई मैं आप के ब्लॉग के साथ साथ आये हए कमेन्ट ...रविश भाई मैं आप के ब्लॉग के साथ साथ आये हए कमेन्ट भी पढ़ रहा था , और मैंने देखा जात पात से ऊपर उठाने का एक तरीका ये भी है की सबको ..हर आदमी की जात सरकार फिक्स करे ..योग्यता अनुसार .. कुछ सरकारी जातें तो आलरेडी है ..जैसे ये कांग्रेसी है , ये भाजपाई है और ये तो आपियन है ..वैसे इस हिसाब से आपकी जाती बदल रही है रोज ही ...बाकी शो बोले तो झक्कास था ...बाबा रामदेव के सामने आप खुद आ गए थे एंकराई भुला बैठे ...मजा आया बहस का भी और ब्लॉग का भी ..जय हो Akhil_Rajhttps://www.blogger.com/profile/11845725355691415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-9717107487450517132014-02-06T22:13:55.829+05:002014-02-06T22:13:55.829+05:00रविश भाई मैं आप के ब्लॉग के साथ साथ आये हए कमेन्ट ...रविश भाई मैं आप के ब्लॉग के साथ साथ आये हए कमेन्ट भी पढ़ रहा था , और मैंने देखा जात पात से ऊपर उठाने का एक तरीका ये भी है की सबको ..हर आदमी की जात सरकार फिक्स करे ..योग्यता अनुसार .. कुछ सरकारी जातें तो आलरेडी है ..जैसे ये कांग्रेसी है , ये भाजपाई है और ये तो आपियन है ..वैसे इस हिसाब से आपकी जाती बदल रही है रोज ही ...बाकी शो बोले तो झक्कास था ...बाबा रामदेव के सामने आप खुद आ गए थे एंकराई भुला बैठे ...मजा आया बहस का भी और ब्लॉग का भी ..जय हो Akhil_Rajhttps://www.blogger.com/profile/11845725355691415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-81312507822259188202014-02-06T16:59:42.559+05:002014-02-06T16:59:42.559+05:00Sahi baat sudhanshu ji..I agree with you.Ravish bh...Sahi baat sudhanshu ji..I agree with you.Ravish bhai Kejriwal ko support karte hain(Dont ask how i know this.i dont have proof but his anchoring shows all) but dont want to know his views on Reservation.Nitin Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04591662949097246379noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-85757019836807318432014-02-06T16:53:42.402+05:002014-02-06T16:53:42.402+05:00रवीश दा.…भावनाओं में बह कर प्राइम टाइम छोड़ मत दीज...रवीश दा.…भावनाओं में बह कर प्राइम टाइम छोड़ मत दीजिएगा जब लोगों के पास तर्क नहीं होता तो गरियाने लगते हैं..... गरियाने दीजिये आप को क्या फर्क पड़ता है. एक बात बहुत मस्त है कि लोग जिसे अपना प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं उसके विचार नहीं जानना चाहते बाकि सब क्या कह रहे हैं ये जानना उनके लिए बहुत जरूरी है। Sudhanshuhttps://www.blogger.com/profile/00657296749692726508noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-65419370490756654052014-02-06T16:50:34.984+05:002014-02-06T16:50:34.984+05:00haan mai bhi samarthak hoon ki ..jab aarakshan se ...haan mai bhi samarthak hoon ki ..jab aarakshan se tumne officer bana diye fir bhi mandir me nahi ja pa rahe ho..to kya mila...paisa to kaise bhi kamaya ja sakta hai par izzat nahi...uska yahi tarika hai ki agar jaat nahi khatam kar sakte to kam se kam jaat dikhane wale SURNAME naam pakhand ko mita do...jaise Ravish kumar...fir khapate raho maatha ki are aadmi to achcha hai,lekin iski jaat kya hai...Unknownhttps://www.blogger.com/profile/17788841456607178964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-29590935843756688252014-02-06T16:42:59.383+05:002014-02-06T16:42:59.383+05:00लोगो की सोच से छूआcछूत तो बहुत हद तक चला गया है(सब...लोगो की सोच से छूआcछूत तो बहुत हद तक चला गया है(सब जगह से नही) लेकिन जात पात नही. आज भी हम बोल ही देते है की फ्लॅन अपनी जात से नही जाएगा<br />वो ब्रह्मिन बानिए या किसी के लिए भी हो सकता है...<br />लेकिन मेरी ये सोच है की दलित शब्द बहुत ही बुरा लगता है सुनने मे....मत बोलो भाई मुझे दलित, तुम बोलो खुद को...जैसे गाँधी ने हरिजन बोला तो अब हरिजन भी एक जात हो गयी,कम पढ़े लिखे हो तो भंगी बोल दो नही तो हरिजन...बोल उसी को रहे हो....आरक्षण ने तो और सब जात वालो को सरेआम नंगा कर दिया, sabke samne aarakshan ke naam par suvidha lene ke liye khade ho jao, ulluon ki tarah...garibi par aarakshan do taki bina jaat paat ke bhed kiye hum keval ek hi sharam ko lekar khade ho ki bhai hum sab garib hai,lekin ek din garibi door kar hi lenge...jaat se nahi ja sakte,garibi se to ubar sakte hai na....bus karo...Unknownhttps://www.blogger.com/profile/17788841456607178964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-89582830647272541742014-02-06T16:03:43.999+05:002014-02-06T16:03:43.999+05:00Aapne Aarakshan ko prime time me jagah dekar sabko...Aapne Aarakshan ko prime time me jagah dekar sabko stand clear karne ke liye mazboor kar diya.Sab fas gaye.Ha..Ha...Mi Vivekji se ek bat puchna chahti hu.Vivekji caste based reservation ke liye samvidhan ki duhai dete hi jab wahi samvidhan khatam karne ke liye bhi kahta hi to nahi mante hi. Itna hi respect hi to pura maniye nahi to mat maniye.Reservations aarthik esthiti ko hi sudharta hi yani ham mankar chalte hi ki dhan samajik haisiyat tay karta hi to kyon aarthik aadhar par nahi? Agar kisi Dalit officer ko aaj bhi Mandir me nahi ghusne diya jata ya dalito ke samajik haisiyat me aaj bhi badlaw nahi aaya hi to aarakshan Ka concept ko fail mana chahiye. Review karna chahiye taki ham ek jativihin Bharat bana sake. Sabke liye siksha ur kam uplabdh kara dijiye .Sare record se surname mita dijiye.Anonymousnoreply@blogger.com