tag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post2789598738409767480..comments2024-03-22T11:14:13.300+05:00Comments on कस्बा qasba: टीवी के आइडिया उत्पादकों का अनादर मत करोravish kumarhttp://www.blogger.com/profile/04814587957935118030noreply@blogger.comBlogger47125tag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-51944730542449869882010-04-08T17:50:50.683+05:002010-04-08T17:50:50.683+05:00परिवर्तन ज़रूरी हैपरिवर्तन ज़रूरी हैAadarsh Rathorehttps://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-82051631898767853482010-04-08T17:49:41.009+05:002010-04-08T17:49:41.009+05:00good postgood postसहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-67017385698723187472010-04-08T14:39:53.239+05:002010-04-08T14:39:53.239+05:00This comment has been removed by the author.Sandeep Mamgainhttps://www.blogger.com/profile/14471657788640622057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-64177111236015515562010-04-08T14:39:31.242+05:002010-04-08T14:39:31.242+05:00श्रीमान यदि गंगाज़ल और गौमूत्र को शीशियों में बेचा...श्रीमान यदि गंगाज़ल और गौमूत्र को शीशियों में बेचा जा सकता है, तो फिर ये तो कुछ भी नहीं,<br />और प्रशासक ही 'दंतहीन' हो तो भय कि तो गुंजाइश ही नहीं | सब धृतराष्ट्र कि भांति आज कि महाभारत का आँखों देखा हाल सुन रहे हैं किन्तु क्या करें लोकतंत्र है |Sandeep Mamgainhttps://www.blogger.com/profile/14471657788640622057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-28835436554733015592010-04-08T12:40:50.492+05:002010-04-08T12:40:50.492+05:00SO MEDIA ON MATCH AND CHAMPIONSHIP POINT AGAINST S...SO MEDIA ON MATCH AND CHAMPIONSHIP POINT AGAINST SANIA-SOHAIB PAIR. BUT WHAT IS THE NAME OF TOURNAMENT I DONOT KNOW...CAN WE SAY IT ANOTHER MEDIA TRIAL...WHICH SOME SAY INSAAF FOR AIYSHA.....WILL IT STOP AFTER THAT TALAK OR IT WILL GO ON AND ON....I WAS SURPRISED TO SEE WHEN THREE WAS A NAXAL ATTACK MANY CHANNELS WERE LIVE FROM HYDERABAD NOT FROM DANTEWADA....ITS SHAME OR MORE OF THAT.......SACHIN KUMARhttps://www.blogger.com/profile/07876633469215289831noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-30115654006719981502010-04-08T08:11:43.764+05:002010-04-08T08:11:43.764+05:00आप क्यूंकि 'रवीश' हो इस कारण बता ही देते ह...आप क्यूंकि 'रवीश' हो इस कारण बता ही देते हैं रहस्य कृष्ण की १६,००० पत्नियों का, जो मेरी समझ आया...<br /><br />हिन्दू मान्यतानुसार, ब्रह्माण्ड के प्रतिरूप, मानव के जीवन में, (ब्रह्मा के प्रतिरूप) सूर्य का एक चक्र सोलह (१६) वर्ष का होता है (जिसके अंतर्गत अन्य ग्रह भी कुछ योगदान देते हैं,,,और ऐसे ही अन्य ग्रह भी चक्कर चलाते हैं अपने अपने क्रम से),,,और ब्रह्मा के एक दिन में १००० बार युगों का चक्र हमारी (दूधिया) आकाश गंगा नामक तारा मंडल में कृष्ण के सुदर्शन-चक्र समान चलता है,,,और हम आज जान पाए हैं की इसके केंद्र में एक शक्तिशाली ब्लैक होल है,,,यानि 'कृष्ण' १६ वर्ष एक सूर्य किसी एक मानव रूप के साथ होता है,,,और उसके बाद ९९९ (जो जीज़स को दर्शाता है!) नए सूर्य के साथ जुड़ता है ब्रह्मा के एक दिन में!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-23694292474035062652010-04-08T07:29:44.143+05:002010-04-08T07:29:44.143+05:00"अंत भले का भला",,,
सुनने में आता था, &..."अंत भले का भला",,,<br /><br />सुनने में आता था, "चट मंगनी / पट ब्याह",,,यहाँ तो " चट ब्याह / पट तलाक" लागू था, किन्तु 'जोर का झटका धीरे से लगा' यानि, मीडिया के शोर गुल और हवाई महल बनाने के बाद 'चट तलाक' से सब हल हो गया :),,,और, लोगों के किसी को जेल भेजने के ख्वाब धरे धराये रह गए! शायद सही कहते हैं कि जोड़े स्वर्ग से बन कर आते हैं (कृष्ण की तो १६,००० पत्नियां थी)! <br /><br />जय माता की! माता खुश तो सब खुश!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-11903777703167107302010-04-07T20:09:28.170+05:002010-04-07T20:09:28.170+05:00सानिया के पीछे मीडिया का भागना वाकई बहुत कुछ सोचने...सानिया के पीछे मीडिया का भागना वाकई बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है। एक आम आमदी क्या सोच रहा है। इस बात को मीडियावालों ने कभी जानने की कोशिश नहीं की। रवीशजी आप जिस मीडिया संस्थान में काम करते हैं। पत्रकारिता के फील्ड में उसकी साख आज भी बनी हुई है। मैं आपके संस्थान की तारीफ करूंगा कि भले ही सारे चैनल सानिया के पीछे भाग रहे थे आपका चैनल छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले पर केंद्रित था। ये अलग बात है कि फुटेज और लाइव कवरेज के मामले में आपका चैनल एक-दो चैनलों से पिछड़ गया था, लेकिन आपके संस्थान की ये पत्रकारिता एक दर्शक के तौर पर हमें अच्छी लगी। मूल बात ये है कि ये हम पर निर्भर करता है कि हम क्या करने जा रहे हैं। हम जो करने जा रहे हैं उसका आभास हमें होना चाहिए। यदि सानिया के कवरेज से आपको टीआरपी मिल रही है तो फिर आप सानिया के पीछे ही भागेंगे, क्योंकि बाजार में आपको जिंदा रहना है। अब ये जनता को तय करना है कि वो सानिया को देखेगी या फिर देश और समाज से जुड़े मुद्दों को देखेगी। हां मीडिया का ये कर्तव्य जरूर बनता है कि वो देश और समाज में स्वस्थ माहौल विकसित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। दुख इसी बात का है कि मीडिया अपनी इस भूमिका में काफी पिछड़ती हुई नजर आ रही है।Janduniahttps://www.blogger.com/profile/06681339283219498038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-19813459384595144562010-04-07T18:51:44.296+05:002010-04-07T18:51:44.296+05:00ravish ji apne sampadak se baat kar ke aap bhi koo...ravish ji apne sampadak se baat kar ke aap bhi kood jae.<br />धारा के साथ बहने का सुख गंवाना मूर्खता है। होली में वही लोग उदास दिखते हैं जो खेलते नहीं,घर बैठे रंगों को गरियाने लगते हैं। एक बार कीचड़ में उतर जाइये, सन जाइये तो मज़ा आता है। खेलने में भी और उसके बाद नहाने में भी।abhishek pandeyhttps://www.blogger.com/profile/00988981991276163386noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-39802491428848601792010-04-07T15:19:30.708+05:002010-04-07T15:19:30.708+05:00TRP ki jang mein Tv channel aise kood padhe hain k...TRP ki jang mein Tv channel aise kood padhe hain ki jaise sania wimbldon jeet layi hai. Aur itne phuhad hote chale gaye ki sania ka lahenga hi ud gaya hai.<br />Aapne jo kuchh likha bahut sunder sajieele tarike se pesh kiya hai . iske liya aap badhaii ke patra hain. ( Girdhari Lal)गिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-61360736633441988552010-04-07T13:43:31.874+05:002010-04-07T13:43:31.874+05:00"पत्रकारिता के सारे अहंकार इस टीआरपी के जूते ..."पत्रकारिता के सारे अहंकार इस टीआरपी के जूते के नीचे रिरिया रहे हैं। यह देखकर अच्छा लगता है। अब रोने और सिसकने की सीमा से आगे जाकर दर्द दवा बन चुका है।............"<br />बहुत ही सुन्दर लाईने हैं. इन लाईनों के बाद कुछ कहने की जरुरट नहीं है<br />टीवी तो टीवी है भाई साहबVikas Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08319821249539342254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-77399823734958130602010-04-07T11:53:49.905+05:002010-04-07T11:53:49.905+05:00हिंदुस्तान में आज सानिया के निकाह पर आपका कालम वा...हिंदुस्तान में आज सानिया के निकाह पर आपका कालम वाकई बढ़िया रहा...पर भाई, जिन ब्लाग्स का आपने उल्लेख किया है क्या वे भी इतने संवेदनशील मुद्दे पर आपको उतने ही गंभीर लगे.? अगर लगे तो कोई बात नहीं , अन्यथा यदि मौका मिले तो chhapas पर मेरा इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है और वो मेरे ब्लॉग (padampati.blogspot.com) पर भी है. पढने की जहमत उठाईयेगा, बहुत ख़राब नहीं लगेगा ....ब्लॉग में जिन मोहसिन खान के रीना के साथ निकाह की आपने चर्चा की है, उनकी रोमानियत के लम्बे किस्से हैं.....पाकिस्तान के चार-पांच दौरों के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट को मुझे काफी करीब से देखने को मिला है और मेरा मानना है अपने घर में साधू और परदेस में शैतान की पहचान वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से निकाह की कम से कम कोई भारतीय संस्कारों में पली-बढ़ी लडकी कल्पना भी नहीं कर सकती है ....खैर, अपने अगले ब्लॉग में मै मोहसिन से सम्बन्धित ऐसी घटना का उल्लेख करने जा रहा हूँ उसमे हालत ये हो गयी थी कि गावस्कर सहित भारतीय और पाकिस्तानी खिलाडियों को कुछ देर के लिए हवालात की हवा खानी पड़ गयी थी ...भला हो एक पूर्वे पाकिस्तानी क्रिकेटर का जो तब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी थे, नहीं तो सभी को जेल की भी सैर करनी पड़ सकती थी.....ऐसे न जाने कितने राज ८०-९० के दशक में कवरेज करने वाले पत्रकारों के सीने में दफ़न हैं पर अब समय आ गया है कि उन पर से पर्दा हटाया जाय...किताब तो देर में आयेगी पर ...मोहसिन पर अगले ब्लॉग में जरूर चर्चा करूंगा....आशा है आप सकुशल होंगे....padampati.cricketblog.comhttps://www.blogger.com/profile/10739468983833809613noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-9620908350059598202010-04-07T11:51:30.463+05:002010-04-07T11:51:30.463+05:00हिंदुस्तान में आज सानिया के निकाह पर आपका कालम वा...हिंदुस्तान में आज सानिया के निकाह पर आपका कालम वाकई बढ़िया रहा...पर भाई, जिन ब्लाग्स का आपने उल्लेख किया है क्या वे भी इतने संवेदनशील मुद्दे पर आपको उतने ही गंभीर लगे.? अगर लगे तो कोई बात नहीं , अन्यथा यदि मौका मिले तो chhapas पर मेरा इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है और वो मेरे ब्लॉग (padampati.blogspot.com) पर भी है. पढने की जहमत उठाईयेगा, बहुत ख़राब नहीं लगेगा ....ब्लॉग में जिन मोहसिन खान के रीना के साथ निकाह की आपने चर्चा की है, उनकी रोमानियत के लम्बे किस्से हैं.....पाकिस्तान के चार-पांच दौरों के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट को मुझे काफी करीब से देखने को मिला है और मेरा मानना है अपने घर में साधू और परदेस में शैतान की पहचान वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से निकाह की कम से कम कोई भारतीय संस्कारों में पली-बढ़ी लडकी कल्पना भी नहीं कर सकती है ....खैर, अपने अगले ब्लॉग में मै मोहसिन से सम्बन्धित ऐसी घटना का उल्लेख करने जा रहा हूँ उसमे हालत ये हो गयी थी कि गावस्कर सहित भारतीय और पाकिस्तानी खिलाडियों को कुछ देर के लिए हवालात की हवा खानी पड़ गयी थी ...भला हो एक पूर्वे पाकिस्तानी क्रिकेटर का जो तब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी थे, नहीं तो सभी को जेल की भी सैर करनी पड़ सकती थी.....ऐसे न जाने कितने राज ८०-९० के दशक में कवरेज करने वाले पत्रकारों के सीने में दफ़न हैं पर अब समय आ गया है कि उन पर से पर्दा हटाया जाय...किताब तो देर में आयेगी पर ...मोहसिन पर अगले ब्लॉग में जरूर चर्चा करूंगा....आशा है आप सकुशल होंगे....padampati.cricketblog.comhttps://www.blogger.com/profile/10739468983833809613noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-60813627549823871732010-04-07T11:35:58.484+05:002010-04-07T11:35:58.484+05:00सुना था आप अच्छा लिखते हैं,पर गलत निकला! आप तो जबर...सुना था आप अच्छा लिखते हैं,पर गलत निकला! आप तो जबरदस्त लिखते हैं.मधेपुरा आइये फिर कभी,सिर्फ बाढ़ में आते हैं,सुखाढ़ और अग्लग्गी भी यहाँ का कवर करने लायक है.मधेपुरा टाइम्सhttps://www.blogger.com/profile/01709115332952362793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-19027299187466401842010-04-06T17:58:26.090+05:002010-04-06T17:58:26.090+05:00सर आपके लेख में कमेन्ट सिर्फ इसलिए करता हूँ ताकि आ...सर आपके लेख में कमेन्ट सिर्फ इसलिए करता हूँ ताकि आप मेरा नाम पढ़ ले सर आपकी शैली का कायल में आपके च्क्रव्हिउ वाले दिन से हूँ. लेकिन सर क्या ये बोलना की सिर्फ सानिया की बात मीडिया में हो रही है ये बोलना भी तो सानिया की बात करना ही है? आपके चैनेल के अभिज्ञान जी ने पूरा न्यूज़ पॉइंट ही इसी पे केन्द्रित किया की मीडिया सिर्फ सानिया की न्यूज़ क्यों दिखा रही है जब की वो खुद उस पर प्रोग्रम्म कर रहे थे. आलोचना के बहाने ही सही बात तो निकिली है अब निकिली है तो दूर तक जाएगीanoop joshihttps://www.blogger.com/profile/14146375128512331870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-67676250667131985112010-04-06T17:57:31.100+05:002010-04-06T17:57:31.100+05:00achcha likha hai.achcha likha hai.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02844967101604763991noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-91193920372436399312010-04-06T14:03:24.421+05:002010-04-06T14:03:24.421+05:00main soch raha tha ki ab shayad raveesh is topic s...main soch raha tha ki ab shayad raveesh is topic se khud ko door hi rakhega. lekin ghuma-fira ke trp, channel, sarcasm ki oat me hi likh hi mara boss. temptations are difficult to control.bikramhttps://www.blogger.com/profile/01277804842318126085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-73593402929506496522010-04-06T13:06:19.722+05:002010-04-06T13:06:19.722+05:00achha vishye, achhi bhasha, achha kahan or achha t...achha vishye, achhi bhasha, achha kahan or achha tevar, badhai. aise lekh kam padhne ko milte hain.<br />ise padhne ke baad yahi kahunga- <br />khamosh hum rahe to pahal kaun karega. ujde chaman men ferbadal kaun karega, prashnon ke paksh men agar chale gaye jo hum, uttar ki samasyaon ko hal kaun karega.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00652567516587325528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-39263710527058280692010-04-06T05:57:49.545+05:002010-04-06T05:57:49.545+05:00टीआरपी के फेर में मची है रेलम-पेल
होगी सानिया की श...टीआरपी के फेर में मची है रेलम-पेल<br />होगी सानिया की शादी, या शोएब जाएंगे जेल<br /><br />शोएब जाएंगे जेल, सब कपार फुड़वाते<br />दिन-दिन भर बैठ टीवी पर कानून बतातेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16885990187990290194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-25056917643733268042010-04-06T01:24:53.824+05:002010-04-06T01:24:53.824+05:00bura mat maniyega ravish lekin aapki khij is baat ...bura mat maniyega ravish lekin aapki khij is baat par hai ki star news ye sab kuch chala raha hai.sabse pahle baat saniya ki, jisne kyo bhand media ko bulakar apni shadi ki baat kahi, jab saniya ko sari "sachhai" pata thi to usne kyo hawa di, kyoki wo khud lime lite ki bhukhi thi.chupchap dubai me kisi bhi shoaib se shadi kar leti yaqeen maniye is desk ka ek bhi yuva suside nahi karta.lekin usne halla machaya. aap hi bataye yadi media itni tafteesh nahi karta to kya itne sach samne aate. bilkul shadi karna saniya ka niji faisla hai aur hamari taraf se wo qasab se shadi kare. lekin aap jis media ki khate hain use na gariyae, kyoki jab aap pura din narendra modi, bjp, sangh, hindu ko gherte hain. jab aap din bhar babri babri chillakr is desk ke masoom musalmano me zahar bharte hain to mujhe khud ke patrakar hone par dukh hota hai, aap usi channal se hain janab jaha gujrat me modi ko harane ke liye aapne koi kasar nahi chodi thi aur modi ki jeet ke baad aap sab vanvas par chale gaye the. star ne ati kar di thik usi tarah jaise aap modi ko lekar karte hain.vaise mai samjh raha hon ki aapko media ki fiqra kyo hui kyoki mamla alpsankhyak shoaib aur shanti hindustan ke nalayak bhai pakistan se juda hai. kalpana kare modi ka ek beta hai, ab use shoaib ki jagah rakhe aur bharat ki jagah desh pakistan kar de. yaqeen maniye aap ye lekh jabhi nahi likhte, balki....khair, fursat mile to jawab dena.dipeshhttps://www.blogger.com/profile/09413608915625575682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-59198104117391793742010-04-05T23:14:14.692+05:002010-04-05T23:14:14.692+05:00partra karita ka haal apne nichale estar ki or agr...partra karita ka haal apne nichale estar ki or agrasar hai<br /><br />ek baar apne nimn estar par aa jaye fir achchaa aa jayga<br /><br />achcha samay tika nahi to bura samay bhi nahi tikega<br />sama bada balwan hai<br />wait & watchkbchttps://www.blogger.com/profile/05240297377790117405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-17535875924185078272010-04-05T19:44:23.194+05:002010-04-05T19:44:23.194+05:00सच बात तो ये है कि समाज हर क्षेत्र में ऐसी ही &quo...सच बात तो ये है कि समाज हर क्षेत्र में ऐसी ही "गरीबी" भरी पड़ी है , अगर बात पत्रकारिता की हो रही है तो यहाँ "सार्थक विचारों की गरीबी" है......S SOMAVANSHIhttps://www.blogger.com/profile/09347365577821250179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-31314422291768197792010-04-05T13:35:53.785+05:002010-04-05T13:35:53.785+05:00पहले तो हमारा कापर फोड़ दीजिए. आलोचना करते करते थक...पहले तो हमारा कापर फोड़ दीजिए. आलोचना करते करते थक गए हैं. कुछ हिला नहीं पाए. इतना जरुर है कि आलोचना करने का पैसा नहीं लिए. <br />एक काम करते हैं. दुःख को किनारे रखते हैं. मजा लेते हैं. जो होगा देखा जाएगा. गरियाने से भी कुछ बदलने वाला तो है नहीं. खुद ही किनारे लग जाएँगे. और अगर किनारे लग गए तो पेट कैसे पलेंगे. जब मौका मिलेगा तो अपने ईमान को जगा देंगे. ठीक रहेगा न...Nikhil Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/09127448331855827801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-59935337683066482092010-04-05T12:45:33.808+05:002010-04-05T12:45:33.808+05:00आज इन आइडिया उत्पादकों के समर्थन में यह लेख लिख कर...आज इन आइडिया उत्पादकों के समर्थन में यह लेख लिख कर हल्का महसूस कर रहा हूं। धारा के साथ बहने का सुख गंवाना मूर्खता है। होली में वही लोग उदास दिखते हैं जो खेलते नहीं,घर बैठे रंगों को गरियाने लगते हैं। एक बार कीचड़ में उतर जाइये, सन जाइये तो मज़ा आता है। खेलने में भी और उसके बाद नहाने में भी। apne saath bahuton ke antardvand ko prakat kar diya aapne badhai.....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6145298560011119245.post-53304326474499354902010-04-05T11:40:06.181+05:002010-04-05T11:40:06.181+05:00प्राचीन ज्ञानी संसार को 'झूठा बाज़ार' कह ग...प्राचीन ज्ञानी संसार को 'झूठा बाज़ार' कह गए,,,और आधुनिक ज्ञानी उनको झूठा साबित करने की सोच में फिर भी अड़े हैं... <br /><br />"मजबूरी का नाम महात्मा गांधी है " बिलकुल सही बैठता दीखता है - मीडिया को २४x७ दिखाने की और दर्शक को देखने की मजबूरी,,,क्यूंकि जो पहले कभी-कभार ही मनोरंजन के लिए फिल्म हाल में देखने जाते थे, उनको 'विकास' के कारण आदत पड़ गयी घर बैठे टीवी देखने की,,,जिसके कारण आरंभ में तो अच्छा लगा किन्तु फिर बीमारी बन गया क्यूंकि किसी से मिलने जुलने जाना और बाहर घूमना छूट गया,,,और उस पर सही मजा लेने हॉल में फिल्म अभी भी देखते हैं भले ही पोप कोर्न खाने और कोका कोला पीने, और मजबूरी में आदतन घर में टीवी के सामने बैठ जाते हैं पतन या विकास के विनाश में परिवर्तन के समाचार सुनने के लिए (आज समाचार मिला की केलिफोर्निया में जोर का झटका धीरे से लगा है :(JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.com