हबीब के लक्ष्मी गणेश

कल शाम को शिप्रा माॅल के एक छोटे से खोमचे में बाल कटाने गया था । मशहूर केश काटक हबीब का खोमचा । कई महीनों से नौशाद के पीछे पीछे बाल कटाने के लिए इस खोमचे से उस खोमचे घूमता रहता हूँ । 

लेकिन मेरा मक़सद यह बताना नहीं कि मैं कहाँ केश कतरवाता हूं । नौशाद के साथ साथ देहरादून के एक नौजवान से बातें होने लगी । अचानक नज़र पड़ी खोमचे के ऊपर । लक्ष्मी गणेश का छोटा सा मंदिर टंगा था । दियासलाई,रूई और कपूर रखा था । जिस दीवार पर मंदिर टंगा था उसके चारों तरफ़ हबीब हबीब लिखा था । सोचा कि मालिक हिंदू होगा जिसने एक मुस्लिम ब्रांड का फ़्रेंचाइज़ी लिया होगा । लेकिन क्या फ़र्क पड़ता है जब तक वो ब्रांड और भगवान को लेकर अलगाव की बात नहीं करता । इस देश में अल्लाह और भगवान दोनों में कोई फ़र्क नहीं किया जाता ।

ट्विटर और समाज में सक्रिय कई सांप्रदायिक अनेक उदाहरणों को देकर हिन्दू मुस्लिम करते रहते हैं । उसके पास खूब मिसालें होती हैं कि हिन्दुओं के साथ मुसलमान नेताओं ने क्या किया । झूठी बातों को सत्य की तरह बताकर आम लोगों को भड़काते हैं । दिन भर सेकुलर मिज़ाज को गरियाते रहते हैं । उन्हें दिखना चाहिए कि आम ज़िंदगी में मज़हबी फ़र्क कितना निजी है । कोई फ़साद नहीं । कोई दलील नहीं मिलेगी तो मारने से लेकर पेड मीडिया से पेंट करने का प्रयास करते हैं । 

मैंने कुछ बोला नहीं । चुपचाप वापस आया और क़स्बा पर लिख रहा हूँ । हिन्दु और मुस्लिम सांप्रदायिकता ख़तरनाक तरीके से भड़काई जा रही है । कभी ऐसी बातों पर नज़र डालियेगा । पता चलेगा कि क्यों धार्मिक राष्ट्रवाद और सांप्रदायिकता ख़तरनाक है । हम लोग बहुत सरलता से मिलकर जीना चाहते हैं । सत्ता कि ख़ातिर सरकार या विपक्षी दल आपको भड़काते हैं । सावधान रहियेगा । 

13 comments:

Guzarish said...

बहुत अच्छे
आपकी इस प्रस्तुति की चर्चा कल सोमवार [16.09.2013]
चर्चामंच 1370 पर
कृपया पधार कर अनुग्रहित करें
सादर
सरिता भाटिया

SHAHBAZ HAIDER Ali said...

koai kahta hain mujaffer nager main hindu muslim danga hain . to koai kahta hain ye jatiye danga hain. lakin main kahta hoon ye janwer or insano ke beach ka jhagda hain . kiyoke maarne wala insan kaise ho sakta hain jo chaku or churi se 10 , 12 war kisi begunah insaan per ker sakta hain . jinhe aap log dangai kahte ho ye asal main janwer se bhi batter hain ye insan nahi hain ye to sirf musalmano or hinduo ke ghar main paida huae hain.

nptHeer said...

मौत का ज़हर है फिजाओं मैं...
अब कहाँ जा के सांस ली जाए...

दुश्मनों की भी राय ली जाए...
दोस्ती जब किसी से की जाए...

प्रवीण पाण्डेय said...

बिना हाथ बढ़ाये गले मिलने की प्रक्रिया अधूरी है।

SARVENDRA VIKRAM SINGH said...

SHOHRAT KI BULANDI BHI PAL BHAR KA TAMASHA HAI....
WO JIS SHAAKH PE BAITHE HAI WOH TUT BHI SAKTI HAI....

sachin said...

"उन्हें दिखना चाहिए कि आम ज़िंदगी में मज़हबी फ़र्क कितना निजी है" - सौ फीसदी सही बात। ट्विटर पर दिखने वाली भारत की सामाजिक स्तिथि, (शुक्र है), असलियत से कोसों दूर है। आम जीवन में न तो कोई दिन रात सेकुलरिज्म की परिभाषा को पूछ-पूछ कर पगलाया रहता है, न ही अपने शहर के खंडरों में एक धरम के खिलाफ़ हुए "अन्याय" को खोजता रहता है। आम ज़िन्दगी में ज़्यादातर लोग मज़हब को एक निजी विषय मानते हैं। और मनना भी चाहिए। अपने आस-पास देखें तो सैकड़ों उदाहरण मिल जायेंगे, कि लोग कैसे सालों से बिना किसी फ़साद के शांति से आठ मिलकर रहते आए हैं। न इन्हें ५००० साल के "स्वर्णिम युग" का रोना है और ना ही राष्ट्रवाद की परिभाषा की उलझन। (ऑटो में चलते वक़्त कितनी ही बार देखा है सामने लगे पोस्टर में प्रदर्षित और ऑटोचालक का धर्म, दोनों अलग-अलग है, और दोनों को एक दुसरे से कोई शिकायत नहीं) । सत्ता की लालसा और धार्मिक राष्ट्रवाद की अंधी चाह/हवस ने समाज को सांप्रदायिकता के कैसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है, ये हम सबको सोचना और समझना चाहिए।

Unknown said...

ट्विटर और समाज में सक्रिय कई सांप्रदायिक अनेक उदाहरणों को देकर हिन्दू मुस्लिम करते रहते हैं । उसके पास खूब मिसालें होती हैं कि हिन्दुओं के साथ मुसलमान नेताओं ने क्या किया

ye sadbhavnaye gujrat aur Modi ka nam aate he kyon vilupt ho jati hai. twitter pe itna gussa aur MSM( read NDTV) ke ekpachiya reporting pe ek shabd bhi nahi. :)

Unknown said...

ट्विटर और समाज में सक्रिय कई सांप्रदायिक अनेक उदाहरणों को देकर हिन्दू मुस्लिम करते रहते हैं । उसके पास खूब मिसालें होती हैं कि हिन्दुओं के साथ मुसलमान नेताओं ने क्या किया

ye sadbhavnaye gujrat aur Modi ka nam aate he kyon vilupt ho jati hai. twitter pe itna gussa aur MSM( read NDTV) ke ekpachiya reporting pe ek shabd bhi nahi. :)

Me & and my experiences said...

SAB KUCH ACHA HAI, SAMPRADAIKTA SIRF NETA FAILA RAHE HAI, AM JANTA ME BAHUT BHAICHARA HAI. YE SARI BATE PURI SAMASAYA KA SARLIKARAN KARNE JAISA HAI, JAYADATAR PATRKAR SAMPRDAIK SAMASYA PAR BAT KARTE HUE BHAKTI MOVEMENT KE KAVIYO JAISE LAGTE HAI

Rituparna Mudra Rakshasa said...

सही कह रहे हैं आप... साम्प्रायदिकता का नाला गन्दी राजनीतिक सोच के मुहाने से बहता है... आम हिंदुस्तानी प्राय: इस सबसे जहनी तौर पर दूर ही है... मेरी इस धारणा को मेरी इकलौती बचपनिया दोस्त सादिया के साथ ने और मजबूत किया है।

Rajat Jaggi said...

Bahot khoob janaab. Sat-Sri-Akaal Salaam Namaste from Chandigarh.

Unknown said...

yaaron mujhe ravish kumar bht pasand hai ...he is a gentleman aur wakai patrakar hone ka sahi farz nibhate hain, be laag lapet ke khabren dena ,bahas karna without taking any sides ,kudos to ravish ....ek baar milne ka dil karta hai is ache insaan se....maine na jaane kitne prime time aur ravish ki report aur hum log sirf ravish ki wajah se download kar rakhi hai ...salaam to you gentleman...

Unknown said...

yaaron mujhe ravish kumar bht pasand hai ...he is a gentleman aur wakai patrakar hone ka sahi farz nibhate hain, be laag lapet ke khabren dena ,bahas karna without taking any sides ,kudos to ravish ....ek baar milne ka dil karta hai is ache insaan se....maine na jaane kitne prime time aur ravish ki report aur hum log sirf ravish ki wajah se download kar rakhi hai ...salaam to you gentleman...