१. लालू मिल गए पासवान से
कांग्रेस गई अब काम से
२. मायावती की बारी है
हाथी सबकी सवारी है
३. नीला रंग आसमान का
हाथी चला कांशीराम का
४. पंडी जी बोले राम राम
दलित बोला मैं हूं राम
५. अमर सिंह की सीडी में
फंस गए बेटा पोलटिक्स में
६. राजनाथ का है गुणा भाग
मित्तल अंदर, जेटली भाग
७. यूपी की इस पोलटिक्स में
मुलायम तगड़े सेटिंग में
८. मुन्ना मर्सिडिज़ की पार्टी है
पर नाम समाजवादी पार्टी है
९. मुलायम का है आखिरी दांव
पटको हाथी, झटको हाथ
१० बहन जी का भजन है
बहुजन अब सर्वजन है
११. सोनिया जी सोनिया जी
देखो कैसी दुनिया जी
१२, लेफ्ट हो गया अब लाल है
कांग्रेस का आ गया काल है
12 comments:
ट्रकों के पीछे लिखे सद्वचन याद आ रहे हैं।
चुनाव को लेकर दिलचस्प स्लोगन पढ़कर मजा आ गया.यहां भी कुछ दिलचस्प जानकारी है.http://vinitutpal.blogspot.com/
दीवान पर तो सात लोगों के प्रयास से कई पुराने स्लोगन याद कराए गए।
चुनावी बुखार ऐसे ही हैं । मजेदार रहा यह आइटम
कहां से लाये.. मजेदार है..
मायावती की चमचा गिरी का काम है
रवीश ने कमाना दाम है
बहुत मजेदार रहा ,बधाई ... आप किधर हो।
मजेदार
बहुत बढ़िया स्लोगन पढ़ के आनंद की प्राप्ति हुई .
सत्यवचन...... बेहतरीन......
पंगेबाज जी
कहां थे इतने दिनों से आप। आपकी गाली जब तक नहीं पड़ती,दिमाग ठंडा नहीं होता। आपकी टिप्पणी का हमेशा इंतज़ार रहता है। पंगागीरी जमती
जे है लोकतंत्र को सागर,
भल लौ पांच साल की गागर...
जे ऐसौ सागर है भैय्या
जामै बनैं नैता खिव्वया...
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